रुधौली विधानसभा क्षेत्र यूपी के बस्ती जिले में आता है. रुधौली को बजाज कंपनी के चीनी मिल के लिए भी जाना जाता है. इस क्षेत्र मे धान और गन्ना की मुख्य रूप से खेती की जाती है. 1972 में रुधौली विधानसभा सीट डुमरियागंज विधानसभा से अलग होकर बनी थी.
1974 में हुए चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रामसमुझ तिवारी ने जनसंघ के जयद्रथ सिंह को हराकर पहली बार विधायक बनने का गौरव हासिल किया था. 1975 में देश में इमरजेंसी लागू होने के बाद 1977 के आम चुनाव में जनता पार्टी के बाबूराम वर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार जगदंबिका पाल को हराकर इस सीट पर अपना परचम लहराया था.
1980 के चुनाव में परमात्मा सिंह ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. वहीं 1989 में जनता दल से राम ललित चौधरी यहां से जीत कर विधायक बने थे. 1991 के मध्यावधि चुनाव में फिर राम ललित चौधरी ने इस सीट पर अपना कब्जा जमा लिया था.
1993 में बाबूराम वर्मा ने समाजवादी पार्टी से अपनी जीत दर्ज की. 1996 में राम ललित चौधरी ने बसपा का दामन थामा और जीत हासिल की. 2002 में सपा से अनूप पाण्डेय यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. विधानसभा चुनाव रामनगर के नाम से आखिरी चुनाव था. इस चुनाव में राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने बसपा से फिर बाजी मारी थी.
2008 के परिसीमन में रामनगर का नाम बदलकर रुधौली विधानसभा कर दिया गया. 2012 के चुनाव में कांग्रेस के संजय प्रताप जयसवाल ने इस सीट से जीत दर्ज की थी. वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में संजय प्रताप जयसवाल ने भाजपा का दामन थाम लिया और फिर से विधायक चुने गए.
जातीय गणित
रुधौली में जातीय आंकड़े को देखें तो दलित, ब्राह्मण, कुर्मी और मुस्लिम मतदाता यहां प्रत्याशियों के जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं. 2017 विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक यहां मतदाताओं की कुल संख्या 4 लाख 10 हजार 54 थी. इनमें ब्राह्मण मतदाता 49,063, दलित मतदाता 17,302, मुस्लिम मतदाता 41,782 और कुर्मी मतदाता की संख्या 46,846 थी.
रुधौली विधानसभा मे 2022 के लिए कुल मतदाता 429279 हैं जिसमें पुरुष 228450 और महिलाओं की संख्या 200792 है. यहां से बीजेपी के टिकट पर संजय प्रताप जायसवाल 2017 में विधायक निर्वाचित हुए थे. संजय प्रताप ग्रेजुएट हैं और उनकी उम्र करीब 50 साल है.
बीते चुनाव में नामांकन पत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक संजय प्रताप 65.20 लाख की संपत्ति के मालिक हैं. मौजूदा विधायक संजय प्रताप जयसवाल अपनी कार्यशैली को लेकर जिले के अखबारों में सुर्खियों में बने रहते हैं.
विधायक फंड का 100 फीसदी इस्तेमाल
5 साल के कार्यकाल में विधायक निधि में उन्हें 11 करोड़ मिला जिसमें उन्होंने उसका 100 फीसदी अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास में लगाया. संजय प्रताप जयसवाल की लोकप्रियता क्षेत्र के वोटर्स में अच्छी-खासी है.
(इनपुट - मिस्बाह उस्मानी)
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