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Saharanpur Nagar Assembly Seat: कई मायनों में है खास, BJP को वापसी की आस

सहारनपुर नगर विधानसभा सीट: सहारनपुर नगर विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार हुए 2012 विधानसभा चुनाव में भाजपा के राघव लखनपाल ने इस सीट पर विजय हासिल की थी.

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Uttar Pradesh Assembly Election 2022( Saharanpur Nagar Assembly Assembly Seat)
Uttar Pradesh Assembly Election 2022( Saharanpur Nagar Assembly Assembly Seat)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दो बार बीजेपी का रहा है कब्जा
  • वर्तमान में समाजवादी के हैं विधायक
  • वुड कार्विंग, शिक्षा के मायनों में है खास

सहारनपुर नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, सहारनपुर के सात विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. इस विधानसभा सभा की विधानसभा संख्या 3 है. यह अनारक्षित सीट है. इस विधानसभा क्षेत्र में पहला विधानसभा चुनाव 2012 में "संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश, 2008" के परिणामस्वरूप वर्ष 2008 में अस्तित्व में आने के बाद आयोजित किया गया था.

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सहारनपुर नगर विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार हुए 2012 विधानसभा चुनाव में भाजपा के राघव लखनपाल ने इस सीट पर विजय हासिल की थी. 2014 में उनके इस सीट को छोड़ने के बाद हुए उपचुनाव में फिर से इस सीट पर भाजपा ने अपना परचम लहराया और भाजपा के राजीव गुम्बर सहारनपुर नगर सीट पर विधायक बने.

राजनीतिक पृष्ठभूमि
सहारनपुर नगर विधानसभा सीट पर अब तक तीन चुनाव हो चुके हैं. 2012 में भाजपा, 2014 उपचुनाव में फिर से भाजपा और 2017 के चुनाव में सपा के संजय गर्ग ने भाजपा के राजीव गुम्बर से लगभग 4636 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.

सामाजिक तानाबाना
सहारनपुर नगर विधानसभा में हिंदू आबादी ज़्यादा है. इस क्षेत्र में लगभग 2.5 लाख हिंदू मतदाता हैं. जिनमें 70 हज़ार पंजाबी, 70 हज़ार वैश्य, 20 हज़ार सिक्ख, 15 हज़ार ब्राह्मण, 15 हज़ार गुर्जर, 15 हज़ार जैन व लगभग 15 हज़ार अन्य मतदाता हैं. जो कि चुनाव में प्रत्याशी की जीत हार के विषय में बडे निर्णायक रहते हैं. इसके साथ ही सहारनपुर नगर क्षेत्र में लगभग 1.5 लाख मुस्लिम मतदाता व लगभग 40 हज़ार दलित मतदाता भी हैं. 

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सहारनपुर नगर क्षेत्र आर्थिक रूप से बहुत मज़बूत है. सहारनपुर नगर क्षेत्र में वुड कार्विंग उद्योग की वजह से सहारनपुर को वुड कार्विंग सिटी भी कहा जाता है. यहां पर स्थित ITC प्रदेश को अत्यधिक टैक्स देने वाले उद्योगों में से एक है. सहारनपुर नगर में एक बहुत पुरानी पेपर मिल भी है. सहारनपुर में जहां एक और IIT का सहारनपुर कैम्पस स्थित है तो वहीं दूसरी और सेंट्रल पल्प एंड पेपर रिसर्च इंस्टीट्यूट सहारनपुर नगर की एक पहचान है.

सहारनपुर को भारत सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी भी घोषित किया गया था और अब सहारनपुर का विकास स्मार्टसिटी की तर्ज़ पर ही किया जा रहा है. 2017 के आंकड़ो के अनुसार सहारनपुर की साक्षरता दर 60% व शहरीकरण 30% है. सहारनपुर नगर का क्षेत्रफल लगभग 3689 वर्ग किमी है.

जनवरी 2021 के आंकड़ो के अनुसार सहारनपुर नगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 4 लाख 25 हजार 623 मतदाता हैं. जिनमें 2 लाख 24 हजार 834 पुरुष मतदाता हैं और 2 लाख 738 महिला मतदाता व 51 अन्य मतदाता हैं.

2017 का जनादेश
2017 के चुनाव में इस सीट पर भाजपा के राजीव गुम्बर व समाजवादी पार्टी के संजय गर्ग के बीच कड़ा मुक़ाबला हुआ और सपा के संजय गर्ग ने 1,27,210 वोट पाकर भाजपा के राजीव गुम्बर को 4636 मतों से हरा दिया.

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विधायक का रिपोर्ट कार्ड 
सहारनपुर नगर से सपा विधायक संजय गर्ग का जन्म 1957 में सहारनपुर में हुआ था. इनके परिवार में इनकी पत्नी पूनम गर्ग, एक बेटा पुण्य गर्ग और एक बेटी सौम्या गर्ग है. संजय गर्ग सन 1996 से 2002 तक समाजवादी पार्टी में रहे और सन 2002 में इन्होंने सपा का दामन छोड़ कर जनता पार्टी का दामन थाम लिया और फिर 2007 में वापस समाजवादी पार्टी में चले गए. संजय गर्ग एक बहुत सहज स्वभाव के व्यक्तित्व वाले इंसान हैं. अपनी इसी छवी के कारण वह हिंदू व मुस्लिम सभी वर्गों में पसंद किए जाते हैं. सहारनपुर की समस्याओं को लेकर वह अक्सर विधानसभा में प्रश्न उठाते रहते हैं.

सहारनपुर का संक्षिप्त परिचय
गंगा और यमुना के दोआब पर बसा सहारनपुर अपने आप में धार्मिक और राजनीतिक विरासत समेटे हुए है. शाह हारून चिश्ती और बाबा लाल दास की दोस्ती ने इस जनपद में सांप्रदायिक सदभाव को हमेशा सींचा है. उत्तराखंड, हरियाणा और हिमाचल की सीमा से सटे सहारनपुर की पहचान वुड कार्विंग के काम से विश्व भर में फैली हुई है. वहीं देवबंद का परम्परागत उद्योग गंडासा है. सहारनपुर में एक तरफ शाकंभरी सिद्धपीठ है, मान्यता है कि माता ने यहां दैत्यों से युद्ध किया था. मां काली का शांत रूप भी यहीं है. तो दूसरी तरफ विश्व विख्यात इस्लामिक संस्था दारूल उलूम है. तो वहीं त्रिपुरा बाला सुंदरी सिद्ध पीठ भी है. यह वही स्थान है जहा पांडवों ने अपना अज्ञातवास काटा था. यहीं पर माता के नौ रूप देखने को मिलते है तो ग्यारह मुखी शिवलिंग के दर्शन भी यहां होते हैं.

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सहारनपुर में सात विधानसभा सीटें हैं. 1. बेहट, 2. नकुड, 3. सहारनपुर नगर, 4. सहारनपुर देहात, 5. देवबंद, 6. रामपुर मनिहारान, 7. गंगोह

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सहारनपुर का कुल क्षेत्रफल 3,860 km2 है. 2011 की जनगणना के अनुसार सहारनपुर की आबादी 3,466,382 है. सहारनपुर का लिटरेसी रेट लगभग 62.61 है. सहारनपुर में IIT Roorkee का भी एक कैम्पस है. सहारनपुर में राज्य सरकार द्वारा 2015 में शेख-उल-हिंद मौलाना महमूद हसन मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गयी थी. इसके अलावा सहारनपुर में कई इंजीनियरिंग कॉलेज और एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी है.

सहारनपुर उद्योग के मामले में भी काफी अग्रणी है. यहां पर स्थित ITC से सरकार को टैक्स के रूप में बहुत आमदनी होती है. इसके साथ ही यहां पर कई शुगर मिल व एक पेपर मिल भी है. यहां पर सेंट्रल पल्प एंड पेपर रिसर्च इंस्टीट्यूट में वैज्ञानिक पल्प एंड पेपर पर रिसर्च में दिन रात लगे रहते हैं.

अनुमान के अनुसार ज़िला सहारनपुर में 56.74% हिंदू आबादी है तो वहीं मुस्लिम आबादी भी 41.95 % है. ज़िला सहारनपुर में सिख 54% तो जैन समाज 29% है. जबकि 48% की आबादी में बाकी सब आते हैं. सहारनपुर की लगभग 80% आबादी हिंदी भाषी है.

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