
देश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी जिले में कुल आठ विधानसभा सीटें हैं. इनमें एक सीट है सेवापुरी विधानसभा सीट. वाराणसी के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले जिस जयापुर गांव को गोद लिया था, वह गांव भी सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में ही पड़ता है. पीएम मोदी ने हाल ही में बरियारपुर गांव को गोद लिया है. ये गांव भी सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में आता है. सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र की ज्यादातर आबादी कृषि पर निर्भर है. सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर इलाके ग्रामीण हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
सेवापुरी विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि देखें तो पिछले दो चुनाव से यहां की जनता का जनादेश जिस दल के उम्मीदवार के पक्ष में रहा है, सूबे में उसी दल या उसके गठबंधन सहयोगी की सरकार बनी है. साल 2012 के विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर सुरेंद्र सिंह पटेल विजयी रहे थे और तब प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी.
सेवापुरी विधानसभा सीट से सपा के सुरेंद्र सिंह पटेल ने अपना दल के नील रतन पटेल 'नीलू' को हराया था. सपा के सुरेंद्र सिंह पटेल को 56849 वोट मिले थे. सुरेंद्र सिंह पटेल के निकटतम प्रतिद्वंदी अपना दल के नील रतन पटेल को 36942 वोट ही मिले थे.
2017 का जनादेश
सेवापुरी विधानसभा सीट से साल 2017 के चुनाव में भी सपा से सुरेंद्र सिंह पटेल मैदान में थे. सुरेंद्र सिंह पटेल के सामने फिर से अपना दल ने नील रतन पटेल 'नीलू' को चुनावी रणभूमि में उतारा. 2017 के चुनाव में अपना दल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ा. इस दफे नीलू ने सपा प्रत्याशी सुरेंद्र पटेल को करीब 54 हजार वोट के अंतर से हरा दिया.
सामाजिक ताना-बाना
सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में करीब साढ़े तीन लाख वोट हैं. इस इलाके में हर जाति-वर्ग के लोग रहते हैं. सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में पटेल जाति के मतदाता अधिक तादाद में हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में सामान्य वर्ग के वोटर भी अच्छी संख्या में हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र से में अपना दल (सोनेलाल) के नील रतन पटेल नीलू 2017 में पहली बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए. 4 नवंबर 1995 को अपना दल से जुड़े नील रतन पटेल नीलू महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से ग्रेजुएट हैं. नील रतन पटेल नीलू के कार्यकाल में ही सरदार वल्लभभाई पटेल राजकीय महाविद्यालय का निर्माण सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में हुआ है. सरकारी आईटीआई स्कूल के साथ ही इलेक्ट्रिक बस अड्डे की स्थापना भी सेवापुरी विधायक नील रतन पटेल के कार्यकाल में हुआ है.