यूपी के शाहजहांपुर जिले की तिलहर के मौजूदा विधायक रोशनलाल वर्मा की बहू होने का दावा करने वाली सरिता यादव ने उसी सीट से राष्ट्रीय समाज पार्टी के टिकट पर अपने "ससुर" के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की है. तिलहर विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है.
वर्मा ने हाल ही में भाजपा छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे,और उन्हें तिलहर से सपा का टिकट दिया गया था. वर्मा की बहू सरिता ने उन पर लोगों की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाया है. सरिता यादव ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि वह अपने ससुर रोशनलाल वर्मा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि वर्मा ने तिलहर क्षेत्र में कई लोगों की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है और बड़ी संख्या में यादवों और मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज कराए हैं. यहां तक कि निगोही थाने के सामने की उनके पति विनोद कुमार नाम पर दर्ज जमीन पर भी वर्मा का कब्जा है.
सरिता ने कहा कि 2019 में उनके पति की मृत्यु हो गई और वह अपनी आठ साल की बेटी के साथ क्षेत्र के मतदाताओं से संपर्क कर वोट मांग रही हैं. सरिता ने कहा कि अगर वह विधायक के रूप में चुनी जाती हैं, तो वह अपने ससुर द्वारा हड़पी गई सारी जमीन को मुक्त कराएंगी। वहीं वर्मा ने सरिता के अपनी बहू होने से इनकार किया है, लेकिन सरिता ने खुद को वर्मा की बहू होने का दावा किया है.
वर्मा ने पहले कहा था, ''वह (सरिता यादव) झूठे दावे कर रही है. उसके पास इसका कोई सबूत नहीं है. वह हमारी छवि खराब करने की साजिश रच रही है. वह चुनाव मैदान में है लेकिन इससे मेरी छवि पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.'' तिलहर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी वर्मा के अलावा बीजेपी की सलोना कुशवाहा, कांग्रेस के रजनीश गुप्ता और बसपा के फैजान अली समेत 14 उम्मीदवार मैदान में हैं.