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Sirsaganj Assembly Seat: 2017 में भी नहीं जीत सकी थी बीजेपी, 2022 में क्या होगा?

सिरसागंज विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी. 2012 के चुनाव में पहली दफे इस विधानसभा सीट के लिए चुनाव हुए. इस विधानसभा सीट से शुरुआती चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) का डंका बजा.

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यूपी Assembly Election 2022 सिरसागंज विधानसभा सीट
यूपी Assembly Election 2022 सिरसागंज विधानसभा सीट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 2012 के चुनाव से अस्तित्व में आई सिरसागंज विधानसभा सीट
  • सिरसागंज विधानसभा से दोनों दफे जीते सपा के हरिओम यादव 

यूपी के फिरोजाबाद जिले की एक विधानसभा सीट है सिरसागंज विधानसभा सीट. इस विधानसभा क्षेत्र का बहुत बड़ा इलाका ग्रामीण है. इस विधानसभा क्षेत्र में किसान और मजदूर मतदाताओं की बहुलता है. इस इलाके में मुख्य रूप से आलू और गेहूं की खेती होती है. इस विधानसभा सीट का कुछ हिस्सा मैनपुरी, कुछ इटावा और कुछ हिस्सा शिकोहाबाद से काटकर सिरसागंज विधानसभा सीट बनाई  गई.

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राजनीतिक पृष्ठभूमि

सिरसागंज विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी. 2012 के चुनाव में पहली दफे इस विधानसभा सीट के लिए चुनाव हुए. इस विधानसभा सीट से शुरुआती चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) का डंका बजा. सपा के हरिओम यादव इस विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए.

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सिरसागंज विधानसभा सीट से सपा के उम्मीदवार हरिओम यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अतुल प्रताप सिंह को 40 हजार से अधिक वोट के अंतर से हरा दिया था. हरिओम यादव को 85517 वोट मिले थे. बसपा के अतुल प्रताप सिंह को 45502 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार पंकज मिश्रा रहे.

2017 का जनादेश

सिरसागंज विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भी सपा ने अपने सीटिंग एमएलए हरिओम यादव को टिकट दिया. सपा के टिकट पर उतरे हरिओम यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की लहर में भी अपनी सीट बरकरार रखी. हरिओम यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के जयवीर सिंह को 10 हजार से अधिक वोट के अंतर से हरा दिया था. तीसरे नंबर पर बसपा के राघवेंद्र सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे.

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सामाजिक ताना-बाना

सिरसागंज विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां हर जाति वर्ग के मतदाता हैं. जातिगत आंकड़ों की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में ठाकुर, यादव और वैश्य समाज के मतदाताओं की तादाद सबसे अधिक है. अन्य जातियों के मतदाता भी सिरसागंज विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.

विधायक का रिपोर्ट कार्ड

सिरसागंज विधानसभा सीट से विधायक हरिओम यादव का दावा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान इलाके में काफी विकास कार्य कराए हैं. हरिओम यादव को कुछ महीने पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में निष्कासित कर दिया था. हरिओम यादव सपा से निष्कासित होने के बाद शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के करीब नजर आ रहे हैं.

 

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