उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव बीजेपी पर हमलावर हैं. उन्होंने कहा है कि बीजेपी ओबीसी को जनसंख्या के अनुपात में उनका हक नहीं देना चाहती है.
शनिवार को अखिलेश यादव ने ट्वीट करके लिखा- 'भाजपा सरकार ने लंबे समय से चली आ रही ‘ओबीसी’ समाज की गणना की मांग को ठुकरा कर साबित कर दिया है कि वो ‘अन्य पिछड़ा वर्ग’ को गिनना नहीं चाहती है क्योंकि वो ओबीसी को जनसंख्या के अनुपात में उनका हक़ नहीं देना चाहती है. धन-बल की समर्थक भाजपा शुरू से ही सामाजिक न्याय की विरोधी है.
भाजपा सरकार ने लम्बे समय से चली आ रही ‘ओबीसी’ समाज की गणना की माँग को ठुकरा कर साबित कर दिया है कि वो ‘अन्य पिछड़ा वर्ग’ को गिनना नहीं चाहती है क्योंकि वो ओबीसी को जनसंख्या के अनुपात में उनका हक़ नहीं देना चाहती है।
धन-बल की समर्थक भाजपा शुरू से ही सामाजिक न्याय की विरोधी है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 25, 2021
इससे पहले गुरुवार को बीजेपी को घेरते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि यूपी सरकार गाय, गंगा और गड्ढे के मामले में फेल है. प्रदेश में अगले साल कई अन्य राज्यों के साथ फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. आम लोगों की बीजेपी से काफी नाराजगी है और इस वजह से सपा को 400 सीटें मिलने जा रही हैं.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की 2022 की चुनावी जंग जीतने के लिए 'नई हवा है, नई सपा है' का नारा दिया है. अखिलेश इस नारे के -साथ मुलायम सिंह यादव के एम-वाई (मुस्लिम-यादव) समीकरण की परिभाषा भी बदल दी है.