Panchayat Aajtak Lucknow: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनावी अभियान को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि राज्य में कांग्रेस नेत्री को और ज्यादा सक्रिय होना चाहिए ताकि भारतीय जनता पार्टी का हर तरफ से पर्दाफाश हो सके. पूर्व मुख्यमंत्री ने लखनऊ में 'पंचायत आजतक' कार्यक्रम में ये बातें कहीं.
'समाजवादियों को मिलेगी सत्ता?' सत्र के दौरान अखिलेश यादव से आगे पूछा गया कि प्रियंका की सक्रियता से क्या होगा? तो जवाब में पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस भी एक राजनीतिक पार्टी है और उसको राज्य में बिल्कुल सक्रिय होना चाहिए. इससे कम से कम बीजेपी का पर्दाफाश होगा कि उनके नेता कितना झूठ बोल रहे हैं.
वहीं, महिलाओं को 40 फीसदी टिकट दिए जाने की प्रियंका गांधी की पहल पर बोलते हुए पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने बताया कि यूपी में 2012 से 2017 तक रही सपा सरकार ने गरीब महिलाओं को समाजवादी पेंशन के तौर पर 6000 रुपए सालाना देना शुरू किए थे. इसके अलावा, बड़ी संख्या में छात्राओं को लैपटॉप, कन्या विद्या धन, रानी लक्ष्मी बाई सम्मान समेत अनेक योजनाएं चलाई गईं.
प्रदेश के उपाध्यक्ष को बीजेपी ने दर-दर भटकने के लिए छोड़ा हुआ है कि जैसे ही 10 बजे लोग सो जाएं तो हर नेता के यहां केवल कंफ्यूजन फैलाने के लिए जाएं : @yadavakhilesh #LucknowPanchayatAajTak लाइव: https://t.co/fOz5QPkk43#UttarPradeshElections2022| @anjanaomkashyap pic.twitter.com/7RpWQHKLAz
— AajTak (@aajtak) January 10, 2022
सपा, कांग्रेस, एआईएमआईएम और बीएसपी समेत दूसरे दलों के अलग अलग चुनावी मैदान में उतरने से क्या तथाकथित सेकुलर वोट नहीं बंटेंगे? इस पर समाजवादी पार्टी के नेता बोले कि सेकुलर वोटों के बंटने की चिंता बीजेपी क्यों कर रही है?
वहीं, गठबंधन को लेकर अखिलेश ने कहा कि सपा इस बार क्षेत्रीय दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरी है. इसमें ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, महान दल, जयंत चौधरी की आरएलडी, संजय चौहान की जनवादी पार्टी, कृष्णा पटेल के अपना दल और शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी शामिल हैं.
इसके अलावा, ओमप्रकाश राजभर की बीजेपी नेता से मुलाकात पर सपा अध्यक्ष ने मजाकिया लहजे में क्षेत्रीय दलों से अपील करते हुए कहा कि जब भी आपके पास बीजेपी का कोई नेता आए तो उसे अपनी ही पार्टी की सदस्यता दिलवा दें. बता दें कि सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजभर की बीजेपी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह से मुलाकात ने माहौल गर्मा दिया है. हालांकि, राजभर का कहना है कि बीजेपी के नेता उनके पास टिकट मांगने आ रहे हैं.