यूपी विधानसभा चुनाव में 'नाम लिखाओ अभियान' के चलते समाजवादी पार्टी मुश्किल में पड़ सकती है. दरअसल, चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी को नोटिस भेजकर रिपोर्ट मांगी है. हाल ही में अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 'नाम लिखाओ अभियान' की शुरुआत की है. इसके तहत 300 यूनिट फ्री बिजली चाहने वाले लोगों को अपना नाम फॉर्म पर लिखकर भेजना है.
बताया जा रहा है कि सपा का 'नाम लिखाओ बिजली सुविधा पाओ अभियान' को लेकर चुनाव आयोग ने मैनपुरी के जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी से तत्काल मामले में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है.
दरअसल सपा ने विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणा पत्र में 300 यूनिट फ्री बिजली देने की घोषणा की है. इसके लिए इच्छुक लोगों को पार्टी के पास अपना नाम पता समेत कई अन्य जानकारियां देनी हैं.
इसी पर आपत्ति जताते हुई एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी दाखिल की गई है. याचिका में कहा गया है कि सपा द्वारा तीन सौ यूनिट फ्री बिजली के लिए नाम लिखाओ अभियान चलाया जा रहा है. इसमें इसमें आधार कार्ड और राशन कार्ड में दर्ज नाम लिखने के लिए कहा जा रहा है. आयोग की मंशा ये जानने की है कि शिकायत सही है या नहीं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं.