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UP: घर में उलझी बिधूना की जंग, रिया शाक्य बोलीं- पापा बोल भी नहीं सकते, चाचा ने ज्वाइन कराई सपा

UP election: रिया शाक्य ने कहा कि मेरे पिता विनय शाक्य ठीक से बोल नहीं सकते. वे न ही चल सकते हैं. वह ये चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे. न ही वे बीजेपी छोड़ना चाहते थे. रिया के मुताबिक, उनके पिता विनय शाक्य को 2018 में ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, उसके बाद से उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती. अगर वो सोच समझ पाते तो बीजेपी छोड़ने का फैसला नहीं लेते. लेकिन मेरे चाचा ने उन्हें जबरन सपा में शामिल कराया.

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रिया शाक्य को बीजेपी ने बिधूना सीट से दिया टिकट
रिया शाक्य को बीजेपी ने बिधूना सीट से दिया टिकट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रिया को बिधूना सीट से बीजेपी ने दिया टिकट
  • इस सीट से रिया के पिता थे बीजेपी से विधायक, हाल ही में सपा में हुए शामिल

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election) के लिए बीजेपी ने शुक्रवार को 85 उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी. इस लिस्ट में एक नाम रिया शाक्य (Riya shakya) का भी है. रिया को बिधूना सीट से टिकट मिला है. इस सीट से रिया के पिता विनय शाक्य बीजेपी से विधायक हैं, लेकिन हाल ही में वे सपा में शामिल हो गए. रिया ने एक बार फिर अपने चाचा पर पिता का अपहरण करने का आरोप लगाया है. 

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बीजेपी से टिकट मिलने के बाद रिया ने कहा, मेरे पिता विनय शाक्य ठीक से बोल नहीं सकते. वे न ही चल सकते हैं. वह ये चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे. न ही वे बीजेपी छोड़ना चाहते थे. रिया के मुताबिक, उनके पिता विनय शाक्य को 2018 में ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, उसके बाद से उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती. अगर वो सोच समझ पाते तो बीजेपी छोड़ने का फैसला नहीं लेते. लेकिन मेरे चाचा ने उन्हें जबरन सपा में शामिल कराया. 

रिया ने इससे पहले भी वीडियो जारी कर चाचा देवेश पर पिता को अपहरण करने का आरोप लगाया था. टिकट मिलने के बाद अब रिया ने कहा, वह भाजपा प्रत्याशी के रूप में पूरे मनोयोग के साथ बिधूना में भाजपा का परचम लहराएंगी. रिया शाक्य ने कहा, महिला सुरक्षा और विकास उनका चुनावी मुद्दा होगा. 

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वहीं, अपने चाचा देवेश के सपा से चुनाव लड़ने के सवाल पर रिया ने कहा, चाचा हो या कोई भी हो बिधूना की जनता ने ठान लिया है कि एक बार फिर भाजपा की सरकार उत्तरप्रदेश में बनानी है. 

25 साल की हैं रिया

रिया शाक्य 25 साल की हैं. देहरादून के बोर्डिंग स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की है और पुणे के सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी से डिजाइन की पढ़ाई की है. उन्होंने ‘user experience design’ में स्पेशलाइजेशन भी कर रखा है. अब रिया इसे अपना सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट मानती हैं. आजतक से बात करते हुए रिया कहती हैं कि मैंने जो कोर्स किया है, उसका लाभ अब यहां के लोगों को दूंगी. स्कूल कॉलेज में मैंने extra curricular activities में भाग लिया है. हमेशा मैं प्रतियोगिता में खुद शामिल होती रही हूं.

(इनपुट- सूर्या शर्मा)

 

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