केंद्र की मोदी सरकार में शामिल किए गए 39 नए मंत्री 16 अगस्त से अपने-अपने राज्यों में यात्रा पर निकलेंगे. इस यात्रा के जरिए मोदी के मंत्री जनता से आशीर्वाद मांगेंगे. मोदी कैबिनेट में सबसे ज्यादा मंत्री उत्तर प्रदेश कोटे से आए हैं. बीजेपी के 6 सांसद और एक अपना दल (एस) से अनुप्रिया पटेल हैं. ऐसे में बीजेपी कोटे से बने छह केंद्रीय मंत्री यूपी में अपनी यात्रा के जरिए लोगों से जनसंवाद कर बीजेपी का माहौल बनाने की कवायद करेंगे, जिसे सूबे में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
बीजेपी 2022 के यूपी चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए हरसंभव कोशिश में जुट गई है. ऐसे में जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए बीजेपी ने बड़ा प्लान तैयार किया है. ऐसे में केंद्रीय मंत्रियों के जन आशीर्वाद यात्रा का प्लान भी मंत्रियों ने नहीं बल्कि खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने ही तैयार किया है.
कैबिनेट मंत्रियों का 3-7 दिन का कार्यक्रम
मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए मंत्रियों का 3 से 7 दिनों की यात्रा का कार्यक्रम बनाया गया है. इस यात्रा के तहत सांसद अपने लोकसभा क्षेत्र के अलावा तीन और संसदीय सीटों का दौरा करेंगे. इसके अलावा 4 जिलों में जाकर लोगों से संवाद करेंगे. इस यात्रा के तहत राज्य मंत्री 16 अगस्त से अपने कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. वहीं कैबिनेट रैंक का दर्जा पाए मंत्री 19 अगस्त से यात्रा पर निकलेंगे.
यूपी में 6 मंत्री अपनी यात्रा के जरिए पूरे प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे. दिल्ली से इस यात्रा का आगाज होगा. इसके लिए बीजेपी ने तैयारियां तेज कर दी हैं. ये 6 केंद्रीय मंत्री अपने समर्थकों के साथ जन आशीर्वाद यात्रा लेकर निकलने के साथ ही अपने-अपने समाज वाले इलाकों में लोगों को संबोधित करेंगे. अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल को छोड़कर केंद्रीय मंत्रिमंडल में यूपी के 6 चेहरों को शामिल किया गया है.
लखनऊ के मोहनलालगंज से सांसद और मोदी कैबिनेट में दलित चेहरे के तौर पर शामिल हुए कौशल किशोर 16 अगस्त के बाद से यूपी की जन आशीर्वाद यात्रा निकलेंगे. वो उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी और सीतापुर जिलों और उनसे संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के साथ-साथ राजधानी लखनऊ का दौरा करेंगे. कौशल किशोर पासी समुदाय से आते हैं और इन जिलों में उनकी जाति के लोगों की बड़ी आबादी है. इसे पासी समुदाय को साधने की बीजेपी की रणनीति माना जा रहा है.
कौशल किशोर की तरह बाकी केंद्रीय मंत्री भी अपनी जाति के लोगों के साथ संवाद करते हुए अपने क्षेत्र के इलाकों में जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे. मोदी कैबिनेट में यूपी से ब्राह्मण चेहरे के तौर पर अजय मिश्रा टेनी को शामिल किया गया है. लखीमपुर, शाहजहांपुर, मिश्रिख, बरेली सहित रुहेलखंड के जिलों में यात्रा निकालेंगे और लोगों से संवाद करेंगे. इस तरह से वो ब्राह्मण समुदाय के लोगों को खास संदेश देने की कवायद करेंगे.
मोदी कैबिनेट में शामिल हुए केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा बदायूं से हैं और ओबीसी के लोध समुदाय से आते हैं. ऐसे में वर्मा जन आशीर्वाद यात्रा रुहेलखंड के इलाके में निकालेंगे. बदायूं, आवाला, अलीगढ़, एटा, पीलीभीत, बरेली सहित कई इलाकों में यात्रा कर बीजेपी का माहौल बनाने की कोशिश करते नजर आएंगे. इस तरह से यह ओबीसी के लोध समुदाय को पार्टी से जोड़े रखने की रणनीति है.
मोदी कैबिनेट में दलित चेहरे के तौर पर शामिल हुए एसपी बघेल धनगढ़ समाज से आते हैं और बृज क्षेत्र में जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे. वो आगरा, फिरोजाबाद, हाथरस, मथुरा जैसे इलाकों में लोगों के साथ संवाद करेंगे. वहीं, दलित समुदाय के कोरो जाति से आने वाले भानू प्रताप वर्मा जालौन, महोबा, इटावा, मैनपुरी और कानपुर देहात के इलाकों सहित बुदेलखंड के इलाकों में दौरा करेंगे.
पूर्वांचल से आने वाले पंकज चौधरी भी मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. वो महाराजगंज सीट से सांसद हैं और कुर्मी समाज से आते हैं. ऐसे में वो महाराजगंज के साथ-साथ गोरखपुर, संतकबीर नगर, बस्ती, देवरिया सहित पूर्वांचल के इलाकों में जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे. इस तरह से वो ओबीसी समुदाय के कुर्मी जाति के लोगों को सियासी संदेश देंगे.
बीजेपी ने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से ताल्लुक रखने वाले यूपी के 6 मंत्री अपनी जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए पूरे प्रदेश को कवर करने की रणनीति बनाई है. सभी सांसदों को अपनी सीट के अलावा अपने आस-पास की सीटों और जिलों को भी कवर करने के निर्देश दिये गए हैं. इस यात्रा का प्लान पीएम मोदी ने बनाया है.
दरअसल मॉनसून सेशन के पहले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब इन मंत्रियों का सदन में परिचय कराना चाहते थे तो भारी हंगामे के चलते वह ऐसा नहीं कर पाए थे. इसके बाद उन्होंने मंत्रियों को यात्रा करने का आदेश दिया था. इस यात्रा का प्लान तैयार करने के लिए हाल ही में बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने सभी नए मंत्रियों से मुलाकात की. फिलहाल एक मंत्री बिश्वेश्वर टुडोर बीमार हैं. ऐसे में बाकी 39 मंत्री 22 राज्यों में यात्रा करेंगे.
मंत्री यात्रा के तहत धार्मिक महत्व के स्थानों पर जाएंगे. वे राष्ट्र नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और लोगों को संबोधित करेंगे. इसके अलावा पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशन का वितरण कैसे हो रहा है, उसका भी अवलोकन करेंगे.
बता दें कि नए मंत्री शपथ लेने के बाद से अब तक अपने घरों में नहीं गए हैं. अब संसद का सत्र समाप्त हो गया है, जिसके बाद वो जन आशीर्वाद यात्रा के तहत निकलेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि आम लोगों को यह संदेश जाए कि केंद्र सरकार के मंत्री उनके लिए हर समय उपलब्ध हैं. इस तरह से पीएम मोदी यूपी चुनाव से पहले सूबे में बड़ा सियासी संदेश देने की रणनीति अपनाई है.