इस बार विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की नजर जेल से बाहर घूम रहे अपराधियों के साथ-साथ जेल में बंद अपराधियों पर भी होगी. सर्विलांस के जरिए जहां जेल में बंद अपराधियों को चिह्नित कर निगरानी रखी जा रही है, वहीं जेलों में सीसीटीवी कैमरे के जरिए उनकी हर हरकत पर पुलिस की नजर है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस तैयारियों में जुटी है.
उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 चरणों में होने वाले मतदान को लेकर पुलिस ने भी तैयारी को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. इस बार होने वाले चुनाव पर उत्तर प्रदेश पुलिस फील्ड के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी टेक्नोलॉजी के माध्यम से नजर रखेगी. चुनाव आयोग के निर्देश पर डिजिटल प्रचार पर जोर दिया जा रहा है तो पुलिस के सामने सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाकर शांति व्यवस्था भंग करने का भी खतरा बढ़ गया है.
क्षेत्र में होने वाली घटना पर कैमरों से रखी जाएगी नजर
सोशल मीडिया पर हेट स्पीच हो या भ्रामक पोस्ट, सभी पर नजर रखी जाएगी. एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि इसके लिए डीजीपी मुख्यालय से लेकर ज़ोन में एडीजी, रेंज में आईजी और जिले में एसपी स्तर पर नजर रखी जा रही है, ताकि जिले स्तर पर हर हरकत पर नजर रखी जा सके और जानकारी डीजीपी मुख्यालय को भी हो. क्षेत्र में होने वाली हर घटना पर कैमरों के जरिए नजर रखी जाएगी. इसके लिए 109 ड्रोन कैमरे, 420 पोर्टेबल सीसीटीवी कैमरे, 563 स्टिल कैमरे, 492 वीडियो कैमरे, 3573 बॉडी वॉर्न कैमरे लगाए गए हैं.
जेलों में बंद बड़े अपराधियों पर भी रहेगी नजर
इस बार उत्तर प्रदेश पुलिस जेल में रहकर चुनाव को प्रभावित करने वाले मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, खान मुबारक जैसे अपराधियों पर भी चुनाव के दौरान नजर रखेगी. इसके लिए पुलिस ने जिला स्तर पर 275 और कारागार स्तर पर 869 अपराधियों को चिह्नित किया है, जिनके ऊपर जिला पुलिस और जेल पुलिस नजर रखेगी. जेल में निगरानी रखने के लिए 2676 सीसीटीवी कैमरे और 271 स्टैटिक जैमर लगाए गए हैं.
सीएपीएफ की 150 कंपनी जिलों में करेंगी फुट पेट्रोलिंग
सोमवार से उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में केंद्र से मिली सीएपीएफ की 150 कंपनी भी जिलों में फुट पेट्रोलिंग करेंगी, फ्लैग मार्च निकालेंगी. वहीं 20 जनवरी से प्रदेश को 75 कंपनी सीएपीएफ और मिल जाएंगी, जिसको जिलेवार तैनात किया जाएगा. पुलिस ने बीते चुनाव को देखते हुए प्रदेश के 1,74,351 पोलिंग स्टेशन में से 29,138 पोलिंग स्टेशन को संवेदनशील माना है. प्रदेश की 95 विधानसभाएं कानून व्यवस्था के लिहाज से संवेदनशील चयनित की गई हैं. 17 जिले की 33 विधानसभाएं खर्च के लिहाज से संवेदनशील चिह्नित की गईं हैं.
17,19,520 लोगों को शांति भंग का नोटिस
प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस में निरोधात्मक कार्रवाई भी शुरू की है, जिसमें अब तक 17,19,520 लोगों को शांति भंग का नोटिस दिया गया है. 7,65,678 लोगों को शांतिभंग में पाबंद किया गया है. फिलहाल आचार संहिता लगते ही उत्तर प्रदेश पुलिस भी इलेक्शन मोड़ में आ गई है. शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए चुनौती बन चुके लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई का दौर शुरू हुआ है.