उत्तर प्रदेश में छठवें चरण के लिए प्रचार जारी है और सबकी नजर हाई प्रोफाइल गोरखपुर सीट पर टिकी हुई है. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मैदान में उतारा है, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने सुभावती शुक्ला को टिकट दिया है. सुभावती शुक्ला, बीजेपी के कद्दावर नेता रहे स्व. उपेंद्र शुक्ल की पत्नी हैं.
गोरखपुर शहर सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) की प्रत्याशी सुभावती शुक्ला ने सोमवार को योगी सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'मेरे पति उपेंद्र दत्त शुक्ल बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे लेकिन बीजेपी ने हमारी उपेक्षा की, अंतिम समय में पार्टी ने साथ नहीं दिया.' सुभावती ने लोगों से भावनात्मक अपील की.
सपा प्रत्याशी सुभावती शुक्ला ने कहा, 'परिवार के साथ हुए अन्याय और गोरखपुर की जनता लिए योगी को चुनौती दी है, योगी ने मेरा अपमान किया, बीजेपी ने मेरे परिवार का साथ नहीं दिया, मदद के लिए दर-दर भटके पर योगी ने कभी हाल नहीं पूछा, मेरे बेटा भी मौत से लड़कर बचा पर योगी ने साथ नहीं दिया.'
सुभावती के बेटे अरविंद शुक्ल ने कहा, 'गोरखपुर में चुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ हारेंगे, सीएम के गढ़ में एक महिला से हारेंगे योगी, जनता योगी राज में बेहाल है, ब्राह्मण समेत तमाम जातियां योगी के खिलाफ है और सरकार से नाराजगी बनेगी हार की वजह, अखिलेश यादव ने एक मां की तरह मेरी मां का साथ दिया लेकिन योगी ने कभी कोई मदद नहीं की.'
सपा प्रत्याशी सुभावती शुक्ला के बेटे अरविंद शुक्ल ने कहा कि गोरखपुर में विकास सिर्फ 1 मठ तक सीमित, जनता बेहाल है जिसका जवाब योगी को चुनाव में मिलेगा. रविवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुभावती शुक्ला के पक्ष में गोरखपुर शहर में रोड निकाला था और कहा था कि इस मां के साथ अन्याय हुआ है, उनको सम्मान नहीं मिला.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था, 'मैं एक ऐसे परिवार के लिए मदद मांगने आया हूं, जिसने अपना पूरा जीवन लगा दिया भाजपा को बनाने में, लेकिन जब परिवार को जरूरी थी संकट के समय तो भाजपा के लोग अनाथ कर चले गए, आज इस परिवार के साथ समाजवादी खड़े हैं. आज इस परिवार की मदद समाजवादी करेंगे.'