उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए चार चरणों के मतदान हो चुके हैं जबकि तीन फेज अब भी बाकी हैं. यहां के महराजगंज जिले की नौतनवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री और मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में पत्नी मधुमणि समेत आजीवन कारावास की सजा काट रहे बाहुबली नेता अमर मणि त्रिपाठी के बेटे अमन मणि के लिए उनकी बहू और बेटियां चुनाव प्रचार कर रही है.
पत्नी और बहनों ने संभाली चुनाव प्रचार की कमान
2017 के चुनाव में भी इन दोनों बहनों तन्नू श्री और अलंकृता मणि ने जेल में बंद अपने भाई के लिए चुनाव प्रचार कर उन्हें जीत दिलाई थी और एक फिर जब जेल से बाहर होकर अमन मणि चुनाव लड़ रहे हैं तो इन दोनों बहनों ने चुनाव प्रचार की कमान सभांल ली है. वहीं अमन मणि की पत्नी ओसिन भी अपनी ननदों के साथ कहीं- कहीं चुनाव प्रचार में दिख जाती हैं. नौतनवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अमन मणि त्रिपाठी पर उनकी पहली पत्नी सारा सिंह के हत्या आरोप है.
जेल में बंद रहते हुए जीत चुके चुनाव
2017 के विधानसभा चुनाव में अमन मणि त्रिपाठी ने पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद रहते हुए पहली बार जीत दर्ज की थी. विगत दिनों चुनाव प्रचार के दौरान अमन मणि और ऋषि त्रिपाठी के समर्थकों के बीच धक्का मुक्की भी हो गई थी लेकिन स्थानीय लोगों के बीच बचाव से मामला शांत हुआ था.
'कोई बाहुबली नहीं है बाहुबली सिर्फ बजरंगबली हैं'
इधर, भाजपा निषाद पार्टी से चुनाव लड़ रहे ऋषि त्रिपाठी ने कहा कि कोई बाहुबली नहीं है बाहुबली सिर्फ बजरंगबली हैं. चुनाव बाद इनके द्वारा की गई अवैध कब्जों पर बाबा का बुल्डोजर जरूर चल जाएगा. उन्होंने कहा कि योगी राज में या तो अपराधी यूपी छोड़ कर भाग गए या तो जेल में हैं.
अमन मणि के धुर विरोधी मुन्ना सिंह भी मैदान में
विगत दिनों एक चुनाव प्रचार के दौरान आमने सामने पड़ जाने की वजह से ऋषि त्रिपाठी के समर्थकों और अमन मणि के बीच धक्का मुक्की भी हो चुकी है. तब भाजयुमो जिलाध्यक्ष और ऋषि त्रिपाठी के राइट हैंड अभिषेक मिश्रा और अमन मणि त्रिपाठी के बीच बड़ा बवाल होते-होते बच गया. यहां गठबंधन प्रत्याशी ऋषि त्रिपाठी और अमन मणि के बीच सीधी टक्कर है. अमन मणि के धुर विरोधी कहे जाने वाले कुंवर कौशल सिह उर्फ मुन्ना सिंह भी यहां सपा से चुनाव मैदान में हैं.