यूपी चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी मुस्लिम समुदाय को रिझाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. कभी सपा-बसपा को निशाना बना उन्हें अपनी तरफ करने की कवायद में हैं तो कभी बीजेपी का डर दिखा उन्हें एकजुट करना चाहते हैं. अब प्रयागराज में भी एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने तमाम सियासी समीकरणों का पूरा ध्यान रखा. एक तरफ उन्होंने तो अपनी बातें रखी हीं, लेकिन पहले अतीक अहमद की एक चिट्ठी जनता के सामने रखी.
अतीक अहमद की चिट्ठी, बड़े सियासी मायने
प्रयागराज की रैली में अतीक अहमद की पत्नी ने उस चिट्ठी को सभी के सामने पढ़ा. उस चिट्ठी में अतीक ने लिखा है कि मैं और मेरा भाई जेल में हैं.. मेरे बेटे पर इनाम रखा गया है. मुझे मजबूरन यह खत अपनी पत्नी को पढ़ने को कहना पड़ा. मेरे वालिद जिंदा होते तो शायद इसकी इजाजत कभी ना देते. अतीक अहमद ने अपने खत में साफ लिखा कि मुझे अखिलेश यादव ने न सिर्फ जेल भेजा बल्कि सरकारी वकील के जरिए मेरी पैरवी को भी कमजोर किया, मेरी जमानत नहीं होने दी.
सपा को इलाहाबाद कौशांबी में कितने लोग जानते थे. मुझे आप लोग विधायक मानते थे, मैंने मुलायम सिंह यादव जी का सपोर्ट किया. जब भी मुलायम सिंह यादव ने रैली की मैंने बस में भरकर लोगों को उनके समर्थन में लखनऊ भेजा. अपने भाई को भाई कहने में आज अखिलेश यादव को शर्म आती है. उन्हें अपने भाई का झंडा उठाने में शर्म आती है.
मुस्लिम समाज को बड़ा संदेश
अतीक अहमद ने अपने खत के जरिए जहां सपा और सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपना और मुसलमानों का दुश्मन बताने की कोशिश की तो वहीं दूसरी तरफ मुसलमानों को राजनीतिक एकता हासिल करने का भी संदेश दिया. उन्होंने लिखा कि अब लड़ाई विधायक या सांसद बनने की नहीं अब लड़ाई अपने हक की है. अब हम टिकट मांगने वाले नहीं टिकट देने वाले बनेंगे, अगर किसी विधानसभा में 10000 वोट भी मुसलमानों का है तो सिर्फ एआईएमआईएम को ही वो वोट पड़े और दूसरी पार्टी को हरवा दो.
मौलाना कलीम की गिरफ्तारी पर ओवैसी
अतीक अहमद के इस खत को पढ़ने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा मैं अतीक अहमद और उनके परिवार को सलाम करता हूं जो एक जालिम हुकूमत के साथ लड़ रहा है. ओवैसी ने अवैध धर्मांतरण में फंडिंग करने में गिरफ्तार मौलाना कलीम के मुद्दे पर बीजेपी से ज्यादा सपा बसपा और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मौलाना कलीम के पकड़े जाने पर मैं अब तक इंतजार कर रहा था कि शायद कोई पार्टी तो कुछ बोले लेकिन किसी ने कुछ नहीं बोला.
मेरे पास गुजरात से एक कांग्रेसी नेता का फोन आया कि ओवैसी साहब मौलाना कलीम के मुद्दे पर कब बोलेंगे. मैंने सवाल किया आप के नेता राहुल गांधी क्यों नहीं बोलते, तो उधर से जवाब आया कौम की रहनुमाई और हिफाजत के लिए आप जो कर रहे हैं वह कोई और नहीं कर सकता.
ओवैसी बोले- बीजेपी ने मुस्लिमों के साथ किया धोखा
वहीं ओवैसी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यूपी की जेलों में 27 फीसदी मुस्लिम बंद हैं. उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ कोई बोलने को तैयार नहीं है. अब 2022 में कौम को अपनी ताकत बढ़ानी होगी, दिखानी होगी. बीजेपी पर हमला बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा नरेंद्र मोदी ने देश और यूपी के मुसलमानों के साथ धोखा किया है. सुप्रीम कोर्ट में जाकर कहा जातिगत जनगणना नहीं की जा सकती. जिस देश में जानवरों की गिनती होती हो, पक्षियों की गिनती होती हो, पेड़-पौधों की गिनती होती हो, लेकिन अगर गिनती नहीं होती तो वह सिर्फ ओबीसी की नहीं होती.