
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी भी अपनी तैयारियों में जुट गई है. बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने भी चुनाव से पहले अपने परिवार को चुनावी समर से पहले तैयार करने में जुट गए हैं. सतीश मिश्रा अपने बेटे कपिल मिश्रा को तैयार तो कर ही रहे हैं तो उनकी पत्नी भी सक्रिय हो गई है.
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा इन दिनों जहां-जहां भी पॉलिटिकल इवेंट्स में जा रहे हैं वहां हर वक्त एक युवा लड़का उनके साथ नजर आता है. यह कोई और नहीं सतीश चंद्र मिश्रा का लड़का कपिल मिश्रा है. खबर है कि सतीश इन दिनों कपिल को सियासी गुण सिखा समझा रहे हैं. कपिल खुद इन दिनों ब्राह्मण युवा वर्ग के बीच काफी एक्टिव रहते हैं.
यही नहीं सतीश चंद्र मिश्रा के बेटे की तरह अब उनकी पत्नी कल्पना मिश्रा भी मैदान में उतर गई हैं. कल्पना मिश्रा ने ब्राह्मण महिला प्रबुद्ध सम्मेलन के तहत अपने आवास पर 300 महिलाओं को संबोधित किया और उन्हें पार्टी से जोड़ा.
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सतीश चंद्र मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा भी इसी तरह आजकल पार्टी के कामों में काफी एक्टिव हैं और जिम्मेदारी से काम देख रही हैं. आज ही कल्पना मिश्रा ने बसपा में ब्राह्मण वर्ग की सैकड़ों महिलाओं को कार्यकर्ता के तौर पर शामिल कराया है.
सतीश चंद्र मिश्रा ने आज सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि बीते रोज सोमवार को 'प्रबुद्ध विचार गोष्ठी' को बहराइच में संबोधित किया और मीडिया बंधुओं से बातचीत भी की. बहराइच के प्रबुद्ध एवं सर्व समाज को धन्यवाद. हम रुकने वाले नहीं, 2022 में उत्तर प्रदेश में परिवर्तन होगा और उत्तर प्रदेश की पांचवीं बार मुख्यमंत्री बहन जी बनेगी.
कांग्रेस की अलग रणनीति
दूसरी ओर, सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी कांग्रेस भी विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से रणनीति तैयार करने में जुट गई है. कांग्रेस इन दिनों 'किसने बनाया उल्टा प्रदेश' नाम से एक कैंपेन चला रही है. इस कैंपेन के जरिए लोगों को बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शासनकाल में प्रदेश की कैसे कथित बर्बादी की गई है.
कांग्रेस ने 42 जिलों में अपने कार्यकर्ताओं को इसे लेकर ट्रेनिंग दी है. ट्रेनिंग का मकसद है कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा सरकार की खामियों के बारे में बताया जाए और घेरने की कोशिश की जाए. कांग्रेस ने मुजफ्फरनगर, मैनपुरी, बांदा, चंदौली, अमेठी, कासगंज और बस्ती में ट्रेनिंग शिविर पूरा हो गया है.