उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव बसपा के लिए अपनी साख को बचाए रखना है. यही वजह है कि इस बार चुनाव में बसपा की नजर यूथ वोटर पर है, जिसके लिए मायावती ने खास प्लान बनाया है. युवा वोटरों को साधने के लिए मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद की अगुवाई में सुपर सिक्स टीम बनाई है, जो सूबे भर में 'युवा संवाद' कार्यक्रम के जरिए बसपा में युवाओं को जोड़ने की रणनीति बनाई गई है.
यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले बसपा को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं और पार्टी के तमाम नेता लगातार हाथी से उतरकर साइकिल पर सवार हो रहे हैं. इससे बावजूद मायावती बेफिक्र मिशन-2022 के लिए जुटी हुई हैं. ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने ने युवाओं को साधने के लिए युवा नेताओं को कमान सौंपी हैं. मायावती के भतीजे आकाश आनंद, बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के बेटे कपिल मिश्रा सहित 6 लोगों की टीम इस मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं.
सूबे की सियासत में बसपा का सियासी ग्राफ दलित समुदाय के बीच खासतौर पर रहा है, जिसके चलते शहरी इलाके के बजाए ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी का आधार रहा है. बसपा के संगठन में यूथ और छात्र विंग न होने के चलते पार्टी के साथ युवा बड़ी संख्या में जुड़ाव नहीं रहा है. यूपी की सियासत में युवा वोटर निर्णायक भूमिका में है, जो सिर्फ वोट देने के ही नहीं बल्कि पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में भी अहम भूमिका अदा करते थे.
बसपा ने हाल ही में 'बसपा युवा संवाद' नाम से एक नई चुनावी अभियान की शुरुआत की है, जिसकी कमान आकाश आनंद संभाल रहे हैं. युवा संवाद के जरिए मायावती के शासन काल में हुए कार्यों के बारे में युवाओं को जानकारी दी जा रही है. इसे युवाओं को बसपा से जोड़ने की रणनीति तैयार की जा रही है.
बसपा ने अब युवा चेहरों को ज्यादा से ज्यादा प्रभार देकर युवा संवाद संवाद के जरिए उन्हें अपने खेमें में लाने की रणनीति बनाई है. बसपा के युवा संवाद का नेतृत्व मायावती के भतीजे आकाश आनंद, बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के बेटे कपिल मिश्रा, लखनऊ के कोऑर्डिनेटर फैजान खान, सांसद दानिश अली, सांसद रितेश पांडेय और परेश मिश्रा को दी गई है, जो युवा संवाद के जरिए युवाओं को लगातार जोड़ रहे हैं.
बीएसपी के प्रवक्ता और कोऑर्डिनेटर फैजान खान के मुताबिक, बीएसपी इस बार युवा संवाद के जरिए युवाओं को जोड़कर 50 फीसदी उनको पार्टी में भागीदारी बनाएगी. 2022 के विधानसभा चुनाव में युवाओं को तरजीह दी जाएगीऔर इस बार करीब 50 फीसदी टिकट युवाओं को दिए जाएंगे. इसी को लेकर बसपा युवा संवाद का आयोजन किया जा रहा है, जिसके जरिए बूथों की जिम्मेदारी भी युवाओं के कंधे पर ही होगी.
फैजान खान के मुताबिक युवा संवाद के जरिए युवाओं को जोड़ा जा रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी युवा संवाद किया जा रहा है. आकाश आनंद, कपिल मिश्रा सहित सभी हम लोग युवा संवाद कर रहे हैं, इसमें युवा काफी बढ़ चढ़कर शामिल हो रहे हैं. बसपा की नीतियों से युवा रूबरू हो रहे हैं. युवाओं को इस दौरान सोशल मीडिया सहित अन्य बातों पर चर्चा की जा रही है. इस युवा संवाद कार्यक्रम के जरिए कुछ लोगों को फिल्टर करके हम जिम्मेदारी भी देंगे. इस बार 50 फ़ीसदी से ऊपर हम युवाओं को अपने साथ जोड़ने का लक्ष्य रखा है.