यूपी चुनाव में जैसे-जैसे उम्मीदवारों की लिस्ट सामने आ रही है, हर दल से पलायन का दौर भी शुरू हो गया है. जो सिलसिला बीजेपी से सपा में जाने के जरिए शुरू हुआ था, अब सपा से भी बीजेपी में नेताओं का आना शुरू हो चुका है. सपा MLC घनश्याम लोधी और शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और दया शंकर सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई है. इनके साथ पूर्व विधायक शिकोहाबाद ओम प्रकाश, विजय प्रताप सिंह छोटू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष फिरोजाबाद ने भी पार्टी की सदस्यता ली है. जानकारी के लिए बता दें कि घनश्याम लोधी बरेली, शाहजहांपुर से और शैलेंद्र अमेठी, सुल्तानपुर से आते हैं.
सपा MLC घनश्याम लोधी ने कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा था कि पार्टी में पिछड़ों को उचित सम्मान नहीं मिला है. उन्होंने एक चिट्ठी लिख अपना दर्द बयां किया था. खत में लिखा गया था कि सपा द्वारा दलित समाज की उपेक्षा की गई है. इसी वजह से वे इस्तीफा देने जा रहे हैं. उन्होंने जोर देकर कहा था कि इस समाज को उचित सम्मान नहीं दिया गया है.
वैसे जिस वजह से घनश्याम लोधी ने इस्तीफा दिया था, यहीं कारण देकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा का दामन थामा था. उन्होंने भी यही कहा था कि बीजेपी में दलितों-पिछड़ों का कोई सम्मान नहीं है. उन लोगों की कोई सुनवाई नहीं होती है और सिर्फ वर्ग विशेष का ही विकास किया जाता है. अभी के लिए बीजेपी की चुनौती ज्यादा बड़ी इसलिए मानी जा रही है क्योंकि एक साथ कई विधायक और मंत्रियों ने सपा का दामन थाम लिया है. ये सभी विधायक-मंत्री ओबीसी समाज से आते हैं, जिनकी वजह से 2017 में बीजेपी की प्रचंड बहुमत वाली सरकार बनी थी.