यूपी चुनाव में फिर सत्ता वापसी के सपने देख रहीं बसपा प्रमुख मायावती इस बार कई एक्सपेरिमेंट करती दिख रही हैं. हमेशा से ही दलितों की राजनीति करने वालीं मायावती इस बार दूसरे समुदायों पर भी अपना फोकस जमा रही हैं. वे सभी को साथ लेकर चलने की बात कर रही हैं. अब इसी दिशा में चुनाव से ठीक पहले बीएसपी एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है.
यूपी चुनाव के लिए मायावती की नई रणनीति
बसपा यूपी चुनाव के लिए अपना मिशन चक्रव्यूह शुरू करने जा रही है. मिशन चक्रव्यूह के जरिए जाति से ऊपर उठकर उन लोगों को बसपा में लाने का प्रयास रहेगा जो 'इंटेलेक्चुएल' हैं, जो समाज को बदलने का विश्वास रखते हैं. अब इस मिशन में क्या ब्राह्मण, क्या बनिया और दलित, सभी को साथ लेकर चलने की बात कही जा रही है.
बहुजन समाज पार्टी के प्रवक्ता फैजान खान के मुताबिक बसपा हमेशा से सभी जातियों को साथ लेकर चली है और ऐसे में मिशन चक्रव्यूह के जरिए भी सभी जातियों को एकजुट करने का प्रयास है. यहां तक कहा जा रहा है कि इन इंटेलेक्चुएल लोगों को सरकार में जगह दी जाएगी, उन्हें अहम पद मिलेंगे. अब इस नए दांव के जरिए मायावती समाज के उस शिक्षित वर्ग को भी टारगेट करना चाहती हैं जो बसपा का कोर वोट बैंक नहीं है.
इंटेलेक्चुएल लोगों को पार्टी में जोड़ने का प्रयास
इससे पहले पूरे यूपी में ब्राह्मण सम्मेलन कर भी बसपा ने सियासी समीकरण अपने पक्ष में करने का प्रयास किया था. अब एक कदम आगे बढ़कर हर जाति के एक विशेष समुदाय पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. खुद फैजान खान बताते हैं कि बसपा हर धर्म के लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करना चाहती है. फिर चाहे वो हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या हो ईसाई.
खबर है कि दिवाली के बाद पूरे प्रदेश में बसपा बड़े स्तर पर अपनी रैलियां शुरू करेगी. इस बार खुद मायावती भी ज्यादा रैलियां संबोधित कर सकती हैं और उनकी हर रैली को सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीम करने की भी तैयारी की गई है.