उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले राज्य का सियासी मिजाज समझने के लिए वाराणसी में 'पंचायत आजतक' का मंच सजा है. इस चुनावी महाबैठक के सत्र 'किसमें कितना है दम?' में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह, भाजपा के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी और कांग्रेस प्रवक्ता राघवेंद्र चौबे ने शिरकत की.
काशी कॉरिडोर पर कितना खुश हैं?
ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि चेहरा खूबसूरत हो और पैर विकलांग हो तो ये पूर्ण सुंदरता नहीं कही जाएगी. भगवान शिव की काशी मोदी के आने के बाद नहीं बनी है, ये पहले से शिव नगरी, काशी नगरी है. शुरुआत हमने किया और आज भाजपा इसका श्रेय ले रही है, ये उच्च कोटि के एक्टर हैं. उन्होंने कहा कि 2014 में जब पीएम मोदी प्रधानमंत्री बने थे तब मैं सपा सरकार में पर्यटन मंत्री रहा था, हमें केंद्र सरकार से कोई मदद नहीं मिलती थी.
इस पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि बनारस की गलियों को बदल दिया गया है, लेकिन गलियां... आज भी गलियां ही हैं. हमने गलियों में से अतिक्रमण हटाया, सीवरेज ठीक किया, ऊपर लटक रहे तारों के मकड़जाल को हटाया. सोच ईमानदार हो तो काम भी ईमानदार होता है. उन्होंने कहा कि आज काशी कॉरिडोर विकास का मॉडल है, इसे लेकर हम आगे जाएंगे. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लिए काशी नहीं बल्कि सैफई प्राथमिकता थी. वहां डांसरों को बुलाकर डांस कराया जाता था, तब काशी प्राथमिकता नहीं थी?
भाजपा प्रवक्ता के इस बयान पर सपा ने पलटवार करते हुए कहा कि ये शब्दों के सौदागर हैं, इन्होंने अच्छे दिन का वादा किया था, इन्हें जनता खोज रही है. बनारस में सीवरेज बंद है, गलियों की क्या हालत है? मैं बचपन से 12वीं और फिर बीएचयू में पढ़ा हूं. कचहरी रोड पर देखिए आपको अतिक्रमण मिल जाएगा. इन्हें जेल शिफ्ट करना चाहिए, कैंट एरिया शिफ्ट करना चाहिए.
यूपी चुनाव में भाजपा और सपा लड़ाई में दिख रही है, कांग्रेस कहां है?
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी जब बनारस आए तब गुजरात मॉडल होता था, अब काशी कॉरिडोर मॉडल हो गया है, ये बाबा भोलेनाथ की आड़ में अपनी नाकामियां छिपा रहे हैं. गंगा पर सैंकड़ों करोड़ की लागत से बंदरगाह बनाया गया, क्या उपयोग है? कोरोना काल में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर मुकदमें दर्ज किए गए. हम राशन बांट रहे थे, तब भी मुकदमें दर्ज किए गए. उन्होंने गंगा की स्वच्छता पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी ने तो गंगा में डुबकी लगा ली, आम आदमी का क्या?
यूपी चुनाव से पहले सपा नेताओं पर आयकर छापा क्यों?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकारी एजेंसियां अपना काम कर रही हैं. क्या ऐसा है कि चुनाव के दौरान ये एजेंसियां अपना काम करना बंद कर दे. अगर कोई लाल टोपी पहनकर गुंडागर्दी करता है और समझता है कि कानूनी कार्रवाई से बच जाएगा तो ऐसा नहीं होने वाला. इस पर सपा ने कहा कि जय शाह के घर छापा क्यों नहीं मरवा रहे हैं, भाजपा ने कहा इनपुट होगा तो जरूर मारे जाएंगे.
इस पर कांग्रेस की ओर से सवाल उठाया गया कि मोदी बार-बार बनारस क्यों आ रहे हैं? कोरोना काल में क्यों नहीं आए? अगर वे बनारस के सासंद थे तो उन्हें आना चाहिए था. बीएचयू में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहा था. मोदी जब से पीएम बने हैं, बीएचयू में बेड नहीं बढ़ा है. इसपर भाजपा प्रवक्ता ने जवाब दिया कि ये सच है कि 2014 में 14 बेड थे लेकिन आज सिर्फ कबीरचौरा में 20 बेड हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में सिर्फ बनारस में लाखों करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया गया है. दो-दो कैंसर हॉस्पिटल हैं. इसपर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि कैंसर हॉस्पिटल टाटा के हैं.