UP Election Result 2022: यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत हासिल की है. बीजेपी एक बार फिर से सरकार बनाने जा रही है, लेकिन कुछ सीटें और क्षेत्र हैं, जिनकी सबसे ज्यादा चर्चाएं हो रही थीं. इन्हीं में लखीमपुर खीरी है, जहां पर पिछले साल थार कांड हुआ था. दरअसल, किसान आंदोलन के दौरान निघासन विधानसभा के अंतर्गत आने वाले तिकुनिया में थार गाड़ी से कई किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी गई, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ताओं और किसानों की मौत हो गई थी. इस कांड में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी बनाए गए और कई महीनों तक जेल की सजा तक काटनी पड़ी.
लखीमपुर में जिस जगह पर थार गाड़ी ने किसानों को कुचला था, वह जगह तिकुनिया थी. तिकुनिया निघासन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. इस सीट से बीजेपी के शशांक वर्मा ने जीत दर्ज की है. जबकि समाजवादी पार्टी के आरएस कुशवाहा दूसरे नंबर पर रहे. इसके अलावा, बसपा के आरए उस्मानी तीसरे नंबर पर हैं. लखीमपुर खीरी में कुल आठ विधानसभा सीटें हैं.
पलिया, निघासन, गोला, श्रीनगर, धौरहरा, लखीमपुर, कास्ता और मोहम्मदी. इन आठ विधानसभा सीटों पर बीजेपी को जीत मिल चुकी है. बता दें कि लखीमपुर खीरी में चौथे चरण में मतदान हुआ था. उस समय 62.45 फीसदी वोट डाले गए थे.
पलिया विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी हरविंदर सिंह साहनी रोमी को जीत मिली है. कस्ता विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सौरव सिंह सोनू चुनाव जीत गए. वहीं, धौराहरा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी विनोद शंकर अवस्थी चुनाव जीत गए. उधर, श्रीनगर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी मंजू त्यागी को जीत हासिल हुई.
इसके अलावा, गोला विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अरविंद गिरी ने चुनाव जीता तो निघासन विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी शशांक वर्मा चुनाव जीत गए. लखीमपुर सदर सीट से बीजेपी प्रत्याशी योगेश वर्मा और मोहम्मदी सीट से बीजेपी प्रत्याशी लोकेंद्र प्रताप सिंह ने चुनाव में जीत हासिल की.
बीजेपी 260 सीटों पर आगे, सपा गठबंधन को इतनी सीटें
यूपी चुनाव के नतीजों के लिए सुबह आठ बजे से मतगणना जारी है. बीजेपी गठबंधन 260 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि सपा गठबंधन 138 सीटों पर आगे है. एक सीट पर बसपा और दो सीटों पर कांग्रेस को बढ़त हासिल है. बता दें कि योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे हैं. इससे पहले वे गोरखपुर से कई बार सांसद रह चुके हैं. वहीं, सीएम योगी बीजेपी के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जिन्होंने अपने कार्यकाल के पांच साल पूरे किए हैं.