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UP Election Result 2022: 'जनता नाराज है, कुछ असर तो दिखाई ही देगा', चुनावी नतीजों के बीच बोले राकेश टिकैत

Election Result 2022: राकेश टिकैत ने कहा, 'हमने जनता से बोला है कि अपनी मर्जी से वोट करो. जनता नाराज है और कह रही है कि ये (बीजेपी) जीतेंगे नहीं. असर कुछ तो दिखाई देगा. ये जिला पंचायत चुनाव की तरह बेईमानी करेंगे. गिनती शुरू होने से पहले ही कह रहे हैं कि हम ही जीतेंगे.'' 

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UP Election Result: राकेश टिकैत (फाइल फोटो)
UP Election Result: राकेश टिकैत (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बिना नाम लिए बीजेपी पर टिकैत का हमला
  • टिकैत बोले- हमने अपनी मर्जी से वोट डालने को कहा

UP Vidhan Sabha Chunav 2022: यूपी समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिए मतगणना शुरू हो गई है. विभिन्न पार्टियों ने अपने-अपने जीत के दावे किए हैं. यूपी के शुरुआती रुझानों में बीजेपी ने सपा की तुलना में बढ़त हासिल कर ली है. इस बीच, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने बिना नाम लिए बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि जनता इनसे नाराज है और असर कुछ तो दिखाई देगा. 

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राकेश टिकैत ने चुनावी नतीजों के लिए आजतक से बात करते हुए कहा, ''जब चोर बेईमान हो जाते हैं तो लड़ाई हो जाती है. ये चोरी करते हैं, बेईमान भी है और गुंडे भी हैं.'' उन्होंने आगे कहा कि  हमने यह कहा कि अपनी मर्जी से वोट करो. जनता नाराज है और कह रही है कि ये जीतेंगे नहीं. असर कुछ तो दिखाई देगा. ये जिला पंचायत चुनाव की तरह बेईमानी करेंगे. गिनती शुरू होने से पहले ही कह रहे हैं कि हम ही जीतेंगे. 

यूपी की 403 सीटों पर काउंटिंग जारी
बता दें कि यूपी की कुल 403 विधानसभा सीटें हैं, जिसके लिए गुरुवार सुबह आठ बजे वोटों की गिनती शुरू हो गई. बीते दिनों सामने आए तकरीबन सभी एग्जिट पोल्स में बीजेपी को यूपी में बड़ी जीत मिलने का आसार है. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में बीजेपी को 288-326 सीटें मिलने का अनुमान है. उधर, समाजवादी पार्टी 71-101 सीटों पर कब्जा जमा सकती है. बसपा 3-9 सीटें जीत सकती है. हालांकि, सपा का अब भी दावा है कि वह ही चुनाव में जीत दर्ज करने जा रही है.  

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चुनावी नतीजों में किसान आंदोलन का कितना होगा असर?
मालूम हो कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के चलते पंजाब, यूपी, हरियाणा समेत कई राज्यों के बड़ी संख्या में किसानों ने आंदोलन किया था. लगभग एक साल तक चले किसान आंदोलन की वजह से केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने पड़े थे. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी किसान आंदोलन के सफल होने के पीछे बड़ी भूमिका निभाई थी. ऐसे में किसान आंदोलन के चलते पश्चिमी यूपी के चुनावी नतीजों पर लोगों की खास नजर बनी हुई है. 

 

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