उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और उनके सहयोगी दलों ने पूरी तैयारी कर ली है. इसी कड़ी में अब शिवपाल यादव भी जसवंत नगर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. अब ये औपचारिक हो गया है कि वे अपनी पुरानी सीट से ही फिर ताल ठोकने जा रहे हैं.
वे छठीं बार फिर जसवंत नगर से ही चुनावी मैदान में उतरेंगे. लेकिन वे अपनी पार्टी के बजाय समाजवादी पार्टी के चिन्ह पर ये चुनाव लड़ने जा रहे हैं. उन्होंने उन अटकलों पर भी विराम लगा दिया है कि वे सपा से नाराज चल रहे हैं और बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. एक बयान जारी कर उन्होंने अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि बीजेपी को इस चुनाव में उखाड़ फेंकने का काम करें और सपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाएं.
इटावा की जसवंत नगर विधानसभा सीट से सपा एवं प्रसपा गठबंधन का प्रत्याशी बनाए जाने पर समाजवादी पार्टी नेतृत्व, क्षेत्र की जनता एवं प्रसपा कार्यकर्ताओं का आभार। pic.twitter.com/jSjt0CvnJt
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) January 22, 2022
जानकारी के लिए बता दें कि जसवंत नगर, इटावा जिले के अंदर आता है. यहां पर हमेशा से ही समाजवादी पार्टी का दबदबा रहा है. यहां पर कुल आबादी का 70% किसान है और 30% आबादी में व्यापारी और नौकरीपेशा के लोग रहते हैं. इटावा राजनीतिक दृष्टिकोण से पूरे उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण माना जाता है. इटावा लोकसभा क्षेत्र में औरैया का पूरा जनपद और कानपुर देहात भी जोड़ा गया है.
वैसे अब अखिलेश यादव भी ऐलान कर चुके हैं कि वे मैनपुरी की करहल सीट से चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं. वे तो इतना विश्वास जता रहे हैं कि कही से भी लड़ेंगे तो आराम से जीत जाएंगे. अब अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी ने तो अपनी तैयारियों में तेजी ला दी है, बीजेपी भी फुल स्पीड में अपने सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर रही है. शुक्रवार को ही पार्टी ने अपनी तीसरी लिस्ट जारी की है. उस लिस्ट में 85 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है. 15 महिला उम्मीदवारों को भी चुनावी मैदान में उतारा गया है. सीएम योगी का तो यहां तक कहना है कि उन्होंने अब तक 66 फीसदी उन लोगों को टिकट दिया है, जो अल्पसंख्यक समाज से आते हैं.