scorecardresearch
 

UP Election: शिवपाल यादव जसवंत नगर से लड़ने जा रहे चुनाव

उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और उनके सहयोगी दलों ने पूरी तैयारी कर ली है. इसी कड़ी में अब शिवपाल यादव भी जसवंत नगर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. अब ये औपचारिक हो गया है कि वे अपनी पुरानी सीट से ही फिर ताल ठोकने जा रहे हैं.

Advertisement
X
जसवंत नगर से चुनाव लड़ेंगे शिवपाल यादव
जसवंत नगर से चुनाव लड़ेंगे शिवपाल यादव
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अपनी पार्टी के बजाय साइकिल चिन्ह से लड़ेंगे चुनाव
  • इटावा जनपद में पड़ती है जसवंत नगर सीट

उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और उनके सहयोगी दलों ने पूरी तैयारी कर ली है. इसी कड़ी में अब शिवपाल यादव भी जसवंत नगर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. अब ये औपचारिक हो गया है कि वे अपनी पुरानी सीट से ही फिर ताल ठोकने जा रहे हैं.

Advertisement

वे छठीं बार फिर जसवंत नगर से ही चुनावी मैदान में उतरेंगे. लेकिन वे अपनी पार्टी के बजाय समाजवादी पार्टी के चिन्ह पर ये चुनाव लड़ने जा रहे हैं. उन्होंने उन अटकलों पर भी विराम लगा दिया है कि वे सपा से नाराज चल रहे हैं और बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. एक बयान जारी कर उन्होंने अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि बीजेपी को इस चुनाव में उखाड़ फेंकने का काम करें और सपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाएं. 

जानकारी के लिए बता दें कि जसवंत नगर, इटावा जिले के अंदर आता है. यहां पर हमेशा से ही समाजवादी पार्टी का दबदबा रहा है. यहां पर कुल आबादी का 70% किसान है और 30% आबादी में व्यापारी और नौकरीपेशा के लोग रहते हैं. इटावा राजनीतिक दृष्टिकोण से पूरे उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण माना जाता है. इटावा लोकसभा क्षेत्र में औरैया का पूरा जनपद और कानपुर देहात भी जोड़ा गया है.

Advertisement

वैसे अब अखिलेश यादव भी ऐलान कर चुके हैं कि वे मैनपुरी की करहल सीट से चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं. वे तो इतना विश्वास जता रहे हैं कि कही से भी लड़ेंगे तो आराम से जीत जाएंगे. अब अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी ने तो अपनी तैयारियों में तेजी ला दी है, बीजेपी भी फुल स्पीड में अपने सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर रही है. शुक्रवार को ही पार्टी ने अपनी तीसरी लिस्ट जारी की है. उस लिस्ट में 85 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है. 15 महिला उम्मीदवारों को भी चुनावी मैदान में उतारा गया है. सीएम योगी का तो यहां तक कहना है कि उन्होंने अब तक 66 फीसदी उन लोगों को टिकट दिया है, जो अल्पसंख्यक समाज से आते हैं.

Advertisement
Advertisement