उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के बीच जल्द गठबंधन का ऐलान हो सकता है. आरएलडी सूत्रों के मुताबिक, सपा और आरएलडी के बीच अभी भी बातचीत जारी है और यह नवंबर के अंत तक इस पर मुहर लग सकती है.
आरएलडी सूत्रों ने बताया, अखिलेश यादव और जयंत चौधरी लगातार संपर्क में हैं. महागठबंधन और सीटों के बंटवारे को लेकर लगातार बातचीत हो रही है. हालांकि, सीटों की संख्या को लेकर मतभेद हैं. लेकिन गठबंधन को लेकर बातचीत सही दिशा में चल रही है. नवंबर के अंत तक इस पर मुहर लग सकती है.
कहां फंसा पेंच
सूत्रों के मुताबिक, रालोद 35 सीटों की मांग कर रही है और सपा की कोशिश है कि 25 सीटों में बात बन जाए. अभी 22 सीटों पर रालोद और सपा के बीच सहमति बन गई है. माना जा रहा है कि जल्द ही बातचीत नतीजों पर पहुंच जाएगी. चौधरी अजीत सिंह के निधन की सहानुभूति और किसान आंदोलन ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद की दावेदारी को मजबूत करने का काम किया है. ऐसे में रालोद सहारनपुर , बागपत और मथुरा के बाहर भी सीटों पर नजरें गड़ाए है. रालोद को लगता है कि मुस्लिम और जाट समेत उसको और भी हिन्दू वोट मिलेंगे. ऐसे में बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, मेरठ , मुरादाबाद पर भी उसकी नजर है.
दरअसल 2019 के लोक सभा चुनाव में रालोद को बसपा-सपा गठबंधन के बीच तीन सीट दिलाने में अखिलेश यादव का लीड रोल रहा. अब बात 10 सीटों पर अटकी है.