उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री और चित्रकूट से विधायक चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय की सपंत्ति में पिछले 5 साल में 6 गुना बढ़ोतरी हुई है. चंद्रिका प्रसाद द्वारा चुनाव आयोग में दाखिल हलफनामे के मुताबिक, उनकी संपत्ति 5 सालों में दो करोड़ रुपए से बढ़कर 13 करोड़ रुपए हो गई है.
राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने चित्रकूट सदर सीट से भाजपा की ओर से लगातार तीसरी बार नामांकन भरा. पहली बार वे 2012 में इसी सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें हार मिली थी. इसके बाद वे 2017 में विधायक चुने गए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें पहले मंत्रिमंडल विस्तार में लोक निर्माण विभाग में राज्यमंत्री बनाया.
चित्रकूट की दोनों विधानसभा सीटों के लिए अब तक नामांकन कराने वाले प्रत्याशियों में चंद्रिका प्रसाद सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. 5 सालों में उनकी संपत्ति 6 गुना से भी ज्यादा बढ़ी और अब वह 13 करोड़ के मालिक बन गए हैं. मंत्री बनने से पहले चंद्रिका प्रसाद के पास 2 करोड़ की संपत्ति थी. इतना ही नहीं 2017 में उनकी पत्नी के पास भी कोई धनराशि नहीं थी. लेकिन पति के मंत्री बनने का असर देविका उपाध्याय के खाते पर भी पड़ा. अब देविका उपाध्याय के अकाउंट में डेढ़ करोड़ रुपए जमा हैं.
सदर कोतवाली में दर्ज है मुकदमा
चित्रकूट विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने शनिवार को नामांकन भरा. इस दौरान दाखिल हलफनामे में उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ सदर कोतवाली में धारा 147 और 188 का मामला दर्ज है. इसके अलावा कामतन व रसिन में दो मकान व दो प्लाट प्रयागराज में हैं. उनके पास 12 बोर की बंदूक और एक टाटा सफारी भी है. इनकी चल संपत्ति 4 करोड़ 94 लाख 70 हजार 124 रुपए और अचल संपत्ति 8 करोड़ 66 लाख 40 हजार 400 रुपए है.
पत्नी के नाम पर 12 लाख का लोन
इनकी पत्नी देविका के नाम एक टाटा सफारी गाड़ी है. एसबीआई से गृहणी ऋण 12 लाख 4 हजार 422 रुपए का है. चल संपत्ति एक करोड़ 49 हजार 197 और अचल संपत्ति एक करोड़ 28 लाख 8 हजार है.