उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी एक बार फिर 2017 जैसे चुनावी नतीजे दोहराने की कवायद में है. ऐसे में बीजेपी 2022 चुनाव में अयोध्या का राम मंदिर नहीं बल्कि काशी कॉरिडोर को भी अपनी उपलब्धि के तौर पर पेश करेगी. पीएम मोदी 13 दिसंबर को काशी कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. इसी दिन से बीजेपी कार्यकर्ता 14 जनवरी तक बाबा विश्वनाथ मंदिर के कायाकल्प को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम करेंगे.
काशी कॉरिडोर लगभग बनकर तैयार है, जिसका प्रधानमंत्री 13 दिसंबर उद्घाटन करेंगे. उत्तर प्रदेश के चुनाव के ऐलान में अब महीने भर का वक्त बचा है. ऐसे में बीजेपी काशी कॉरिडोर को लेकर मेगा प्लान बना चुकी है और इस प्लान के जरिए न सिर्फ पूर्वांचल बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में कार्यकर्ताओं के साथ साथ वोटरों को भी साधने की तैयारी है.
दरअसल राम मंदिर का भव्य स्वरूप 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले दिखेगा, लेकिन काशी कॉरिडोर का स्वरूप 2022 चुनाव के पहले सामने आ गया है. प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को अब बीजेपी चुनाव में गांव गांव तक जाएगी और लोगों को बताएगी कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या के साथ-साथ काशी का कायाकल्प किया.
वाराणसी में 13 तारीख से शुरू हो रहे काशी कॉरिडोर का अनावरण कार्यक्रम 16 दिसंबर तक चलेगा. पीएम मोदी 13-14 दिसंबर को वाराणसी पहुंच रहेंगे. इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता 14 जनवरी तक पूरे उत्तर प्रदेश में गांव-गांव जाकर मोदी सरकारी उपलब्धि के तौर पेश करेगी.
पीएम मोदी का काशी कार्यक्रम
पीएम मोदी के काशी आने का अभी ऑफिशियल कार्यक्रम नहीं आया है, लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री गंगा के जरिए कॉरिडर के मुख्य द्वार ललिता गेट पर पहुंचेंगे. उसके बाद बाबा विश्वनाथ का गंगा के जल से जलाभिषेक करेंगे. प्रधानमंत्री 13 तारीख को अनावरण करेंगे और तकरीबन सवा 2 घंटे काशी कॉरिडोर में रहेंगे.
काशी कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम में देशभर के सभी बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों को वाराणसी बुलाया गया है और यह सभी अतिथि होंगे. इसी दौरान वाराणसी में देशभर के मेयर को कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजन किया जाएगा. काशी की इस भव्यता को देखने के लिए सभी मेयर आएंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी के उद्घाटन के बाद काशी कॉरिडोर परिसर में 16 दिसंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट की बैठक करेंगे. इससे पहले प्रयागराज कुंभ में भी कैबिनेट की एक बैठक योगी सरकार कर चुकी है. माना जा रहा है कि इसके जरिए बीजेपी बड़ा सियासी संदेश देने का प्लान बनाया है.
शहर में चौक चौराहों पर बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे, जहां 2 दिनों के इस कार्यक्रम का प्रसारण लोग पूरे शहर में देख सकेंगे. काशी के सभी प्रमुख मंदिरों मैं रोशनी की जाएगी. गंगा में चलने वाली सभी नावों को सजाया जाएगा. इस तरह से बीजेपी की 2022 चुनाव में काशी को भुनाने की तैयारी की है.
बीजेपी के सभी पदाधिकारी मंत्री और प्रमुख कार्यकर्ता वाराणसी में आमंत्रित करने के प्लान है. काशी कॉरिडोर के इस भव्य कार्यक्रम को लेकर अगले 1 महीने तक बीजेपी कार्यकर्ता गांव-गांव घूमेंगे. हर गांव में बीजेपी का संगठन काशी कॉरिडोर के इस भव्य कार्यक्रम को चौपाल लगाकर लोगों को दिखाएगा और अयोध्या के बाद अब काशी के कायाकल्प को लोगों के बीच विमर्श का केंद्र बनाएगा. हालांकि विपक्ष काशी कॉरिडोर पर सीधा हमला बोलने के बजाय काशी की गलियों के खत्म होने और मंदिर की जगह इसे मॉल बनाने की बात कर कर रहा
ये भी होंगे आकर्षण
देशभर के प्रसिद्ध मंदिरों के 200 संत महंतों के शिव सूक्त पाठ के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विस्तारित विश्वनाथधाम का लोकार्पण करेंगे. देशभर के प्रमुख नदियों और तीर्थों के जल से बाबा का अभिषेक किया जाएगा. यह भी लक्ष्य रखा गया है कि काशी के हर घर तक 14 से 16 दिसंबर के बीच बाबा का प्रसाद और काशी विश्वनाथ धाम विकास से संबंधित पुस्तिका भी पहुंचाई जाए.
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को काशीपुराधिपति के भव्य दरबार को भक्तों को समर्पित करेंगे और उसके ठीक बाद सन्तो से संवाद करेंगे फिर अगले दिन 14 दिसंबर को देश भर से आए मुख्यमंत्रियों के साथ सम्मेलन की करेंगे. इसी दिन प्रधानमंत्री प्रमुख शहरों से आए महापौरओं के साथ भी सम्मलेन करेंगे.
13 दिसंबर की सुबह पीएम मोदी काशी विश्वनाथ बाबा का देशभर के प्रमुख नदियों से लाए रहे गंगाजल से बतौर यजमान अनुष्ठान करेंगे और मेरे बाद पूजन अर्चन भी करेंगे. फिर मंदिर के चौक हिस्से में संतों से मंदिर के इतिहास वर्तमान स्वरूप पर चर्चा करेंगे.