मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन का जिम्मा सौंपा है. बीते दिनों जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने आरसीपी सिंह के साथ मुलाकात की और उन्हें यह जिम्मेदारी दी.
आरसीपी सिंह के ऊपर लगातार जनता दल यूनाइटेड में गुटबाजी के आरोप लगते हैं. इन सबके बावजूद पार्टी ने उन्हें यूपी चुनाव को लेकर अहम जिम्मेदारी दी है. आरसीपी सिंह के भाजपा नेताओं के साथ अच्छे रिश्ते हैं, यही वजह है कि नीतीश कुमार ने उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है.
गठबंधन नहीं हुआ, तो अकेले चुनाव लड़ेगी जदयू
ललन सिंह ने पहले ही ऐलान किया था कि उनकी पार्टी 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उतरेगी. उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में जदयू की प्राथमिकता भाजपा के साथ गठबंधन की है. अगर ऐसा नहीं होता, तो जदयू अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.
भाजपा आलाकमान के साथ होगी चर्चा
अब आरसीपी सिंह भाजपा के आलाकमान के साथ उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर चर्चा करेंगे और दोनों पार्टियां आगे की रणनीति बनाएंगी. अब यही देखना बाकी है कि सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियां एक राय हो पाती हैं कि नहीं.
खास बात ये है कि 2017 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी जनता दल यूनाइटेड ने अपने दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. लेकिन चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने यूटर्न ले लिया था और चुनाव ना लड़ने का फैसला किया था.