उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत की. इसी क्रम में रायबरेली में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में पहुंचे प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की संबोधन के दौरान की जुबान फिसल गई और उन्होंने बीजेपी की जगह बसपा की प्रबुद्ध सभा की बात कह दी.
यूं तो उत्तर प्रदेश में स्वामी प्रसाद मौर्या का नाम बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के बड़े नेता के तौर पर जाना जाता था. 2007 से 2012 तक बीएसपी की सरकार में मायावती के सबसे करीबी रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बदलते वक्त के बीच अपना ठिकाना बदल लिया और वर्तमान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में उत्तर प्रदेश की सरकार में वह कैबिनेट मंत्री हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी बदायूं से सांसद हैं तो खुद पडरौना से विधायक. लेकिन शनिवार को उनका बसपा प्रेम देखने को मिला जब उनकी रायबरेली में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन में जुबान फिसल गई और उन्होंने बीजेपी के आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में बसपा द्वारा आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन का उद्बोधन कर डाला. अब नेता हैं जुबान फिसली है बाजी दूर तलक जाएगी.
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रायबरेली में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की जुबान फिसली तो होठों पर उनकी पुरानी पार्टी का नाम आ गया. बेख्याली में ही सही, लेकिन मौर्या का बसपा प्रेम उनकी जुबां पर तब सामने आया जब वह यहां प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
दअरसल, बीजेपी ने रायबरेली सदर क्षेत्र के एक निजी होटल में प्रबुद्ध सम्मेलन का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या को संबोधित करना था. मौर्या जब संबोधित करने पहुंचे तो उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी द्वारा आयोजित रायबरेली सदर, इतना कहते ही वहां संचालकों से लेकर दर्शक दीर्घा तक जब सभी लोग हंसने लगे तो वह रुके और मंच पर बैठे आयोजकों की तरफ देखकर इशारे से पूछा क्या हुआ. जब लोगों ने बताया कि बहुजन समाज पार्टी नहीं भारतीय जनता पार्टी, तब उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ और दोबारा अपने संबोधन को बदल कर भाषण की शुरुआत की.