उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पहले आयाराम और गयाराम का दौर शुरू हो गया है. सूबे के नेताओं के दल बदलने का दौर जारी है तो बीजेपी और सपा के बीच शह-मात का खेल शुरू हो गया. सपा प्रमख अखिलेश यादव ने पिछले दिनों बीजेपी के सीतापुर से विधायक राकेश राठौर को अपने खेमे में शामिल कर लिया तो अब बीजेपी ने सपा के दो बार के विधायक सुभाष पासी को अपने पाले में कर लिया है.
गाजीपुर की सैदपुर विधानसभा सीट से दो बार के सपा विधायक सुभाष पासी मंगलवार को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण किया. इससे पहले, सुभाष पासी ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी.
बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद सुभाष पासी ने कहा बीजेपी के मूल्य, सीएम योगी के काम और पीएम मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ली. सीएम योगी ने सूबे में अपराध पर लगाम लगाया और कानून व्यवस्था प्रदेश में बेहतर हुई.
उन्होंने कहा कि दलित समाज से आता हूं और अपने समाज के लिए काम करने की लिए बीजेपी में आया हूं. हमारे क्षेत्र की 8 सुरक्षित विधानसभा सीटों पर हमारा प्रभाव है, जहां बीजेपी को पुरजोर तरीके से जिताने का काम करेंगे. दिनेश निरहुआ मेरा छोटा भाई और पार्टी के साथ लगातार जुड़े रहे. सुभाष पासी ने कहा कि सीएम योगी ने बुला कर मुझसे बात की क्षेत्र के काम और विकास के लिए चर्चा हुई.
बीजेपी नेता और भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल निरहुआ ने अखिलेश यादव के जिन्ना बयान पर साधा निशाना. अखिलेश यादव के विचार शुरू से पाकिस्तान से प्रभावित होते हैं और ऐसा बयान देते रहे हैं. अयोध्या श्री राम की भूमि है और पूरी दुनिया दीपोत्सव मनाने वहां आयेगी
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने अखिलेश यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि सपा के मुखिया ऐसा बोल जाते है, जिससे स्वतंत्रता सैनानी का अपमान होता है. सुभाष पासी के आने से पार्टी मजबूत होगी उनका स्वागत है. धनतेरस पर धर्मपत्नी के साथ सुभाष पासी ने पार्टी की सदस्यता ली है.
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा मंदिर जाने से डरते थे और अब सब राम का नाम लेते है. अखिलेश यादव जिन्ना को भारत माता की लड़ाई का योगदानी बताते हैं. आजम खान जैसे देश विरोधी लोगो को अखिलेश यादव बढ़ाते रहें हैं.इन्होंने देश की अस्मिता को खराब करने का काम किया.
वहीं, बीजेपी में शामिल होने की चर्चाओं के बीच सपा ने मंगलवार को सुबह सुभाष पासी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. सपा की ओर से सुभाष पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी ने सुभाष पासी की पत्नी रीना पासी को सपा महिला सभा का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया था.
सुभाष पासी मूल रूप से गाजीपुर के नगर पंचायत सैदपुर के मालवीय नगर के रहने वाले हैं. उनकी पत्नी का नाम रीना पासी है, जो जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं. सुभाष पासी का मुख्य कारोबार मुंबई में है. 2012 में सैदपुर सुरक्षित सीट से पहली बार सुभाष पासी विधायक चुने गए थे और 2017 में दूसरी बार विधायक बने हैं.
सपा विधायक सुभाष पासी के अलावा शेखर दुबे भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. शेखर दुबे भी बीजेपी में शामिल होंग, वो दो बार ब्लॉक प्रमुख सिकंदरपुर सरोसी उन्नाव और दो बार जिला पंचायत सदस्य रहे. इसके साथ ही, बहुजन समाज पार्टी के भी कई नेताओं के बीजेपी में शामिल होने की बात कही जा रही है.