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UP: संजय निषाद की प्रेशर पॉलिटिक्स पर स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- BJP है तो निषाद हैं वरना नहीं

उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले प्रेशर पॉलिटिक्स का दौर शुरू हो गया है. निषाद पार्टी ने उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग रखी तो योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पलटवार करने में देरी नहीं लगाई और कहा कि भाजपा ही नहीं रहेगी तो निषाद पार्टी कहां रहेगी.

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योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (फाइल-ट्विटर)
योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (फाइल-ट्विटर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 'निषाद पार्टी को अपने भविष्य की चिंता करनी चाहिए'
  • 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे'
  • मेरे लिए पार्टी से बड़ी कोई चीज नहींः स्वामी प्रसाद मौर्य

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में सत्तारुढ़ बीजेपी जुटी हुई है. इस बीच बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. भाजपा की सहयोगी पार्टियों की ओर से अभी से प्रेशर पॉलिटिक्स भी शुरू हो गई है. निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने कहा कि भाजपा उन्हें उपमुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके 2022 के चुनाव लड़े, जिस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा है तो निषाद है वरना नहीं. 

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योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को सहयोगी निषाद पार्टी का प्रेशर पॉलिटिक्स पसंद नहीं आया. मौर्य ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद पर पलटवार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) है तो निषाद है वरना नहीं. उन्होंने कहा कि जो संगठन बोलेगा वही होगा. हम लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे.

मौर्य ने कहा निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने सहयोगी दल के रूप में अपनी बात रखी है जरूरी नहीं है कि पार्टी माने. उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी को अपने भविष्य की चिंता करनी चाहिए. यदि भाजपा ही नहीं रहेगी तो निषाद पार्टी कहां रहेगी.

क्या कहा था संजय निषाद ने

इससे पहले निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद ने कहा था कि बीजेपी को उन्हें उपमुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके 2022 के चुनावी मैदान में उतरना चाहिए. बीजेपी ऐसा नहीं करती है तो उसे चुनाव में खामियाजा भुगतना पड़ेगा.

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संजय निषाद की ओर से डिप्टी सीएम बनाए जाने की मांग किए जाने पर स्वामी प्रसाद ने कहा कि ऐसा तो असंख्य जातियों के चेहरे भाजपा में हैं. सभी डिप्टी सीएम थोड़े बन जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि राजनीति में समय के अनुसार निर्णय लिया जाता है और अभी का निर्णय यही है कि यूपी चुनाव सीएम योगी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.

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सरकार में ब्यूरोक्रेसी के दबदबे पर प्रदेश मंत्री ने कहा कि प्रशासनिक मामले हैं उस पर मुख्यमंत्री योगी खुद कार्रवाई कर रहे हैं. राजनीति में सबके अपने कार्य क्षेत्र हैं, किसी को दूसरे के कार्यक्षेत्र में दखल नहीं देनी चाहिए. अगर कहीं कोई ब्यूरोक्रेसी में भी निरंकुश होगा तो उस पर कार्रवाई करने की जरूरत है.

बीजेपी फिर से सरकार बनाएगीः मौर्य

अपने एजेंडे पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि पूर्वांचल ही नहीं बल्कि पूरे यूपी में लोकप्रिय हैं जिस एजेंडे पर पार्टी आएगी हम सभी उसी एजेंडे पर काम करेंगे.

उन्होंने कहा कि मेरे लिए पार्टी से बड़ी कोई चीज नहीं है, अगर पार्टी ने एक लाइन खींचती है तो मैं उसे लांघ नहीं सकता.

समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव की चुनावी तैयारियों पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वह मुंगेरीलाल की तरह हसीन सपने देखते रहेंगे वो और बीजेपी सरकार फिर से बना लेगी.

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इससे पहले अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि मुख्यमंत्री का चेहरा केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा. 'आजतक' से खास बातचीत में मौर्य ने कहा, 'केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा कि साल 2022 में मुख्यमंत्री कौन होगा. वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हो सकते हैं और कोई नया चेहरा भी हो सकता है. विधायक दल की बैठक में भी मुख्यमंत्री के नाम की मुहर लग सकती है.' उन्होंने यह भी कहा कि कुछ भी हो सकता है.

 

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