'यूपी तक' के कार्यक्रम में शामिल हुए वीआईपी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि उन्होंने घर से भागकर अपनी मेहनत से ये मुकाम हासिल किया है. उन्होंने दावा किया कि 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी बेहतर स्थिति में होगी. सहनी का ये भी दावा है कि यूपी में उनके 15% वोट हैं.
हमारे अंदर दम होगा, तो आगे बढ़ेंगे
बिहार की राजनीति में उभरने वाले मुकेश सहनी ने कहा, 'मैं ईमानदारी से मेहनत से काम कर रहा हूं. लोग क्या कहते हैं, मुझे इसकी परवाह नहीं है. अगर हमारे अंदर दम होगा तो हम आगे बढ़ेंगे. नहीं होगा तो नहीं बढ़ पाएंगे.' उन्होंने कहा, 'अब हम लगातार बढ़ रहे हैं. 2020 में हम 4 हुए, 2025 में हम 40 होंगे. देश में कोई पार्टी नहीं चाहती कि वीआईपी आगे बढ़े. हमारा एक ही नारा है “आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं”.
165 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे
उन्होंने कहा, बिहार में एनडीए काफी अच्छा काम कर रही है और एनडीए में कोई मतभेद नहीं है जिस प्रकार से हम बिहार में किंगमेकर हैं उसी प्रकार से यूपी में भी किंगमेकर बनेंगे. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी 165 सीट पर चुनाव लड़ेगी. उनका दावा है कि यूपी चुनाव में उनकी पार्टी कम से कम 50 सीट पर प्रभाव डालेगी.
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि वो यूपी में कितनी सीटें जीतेंगे? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, 'हम 0 सीटें जीतेंगे. ये सब उत्तर प्रदेश की जनता के हाथ में है. आज हमारा कुछ भी बोलना उत्तर प्रदेश की जनता का अपमान होगा. उनके वोट का अधिकार हम कैसे बता सकते हैं.'
योगी मजबूत नेता, अखिलेश कमजोर लगते हैं
मुकेश सहनी ने कहा कि वो बाजीगर हैं जो हारकर भी बाजी जीत लेते हैं. उन्होंने आगे कहा, 'योगी आदित्यनाथ मुझे मजबूत लगते हैं. अखिलेश यादव कमजोर हैं. मायावती घर पर बैठी हैं. प्रियंका गांधी को मैदान में उतरना चाहिए.' जब उनसे कहा गया कि क्या संजय निषाद भी कमजोर हैं? तो उन्होंने कहा, 'निषाद का बेटा है. कमजोर हो ही नहीं सकता.'
सहनी ने दावा किया कि 2016 में जब संजय निषाद जेल में थे, तब उन्होंने ही उन्हें बाहर निकलवाया. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि संजय निषाद पार्टी नहीं दुकान चला रहे हैं और एक-एक सीट के लिए समझौता कर लेते हैं.
बिहार में 5 साल चलेगी सरकार
मुकेश सहनी से बिहार को लेकर भी बात हुई. उन्होंने कहा कि बिहार में 5 साल सरकार चलेगी और अगर कोई पर्दे के पीछे से खेलने आया तो पर्दे में आग लगा दूंगा. उन्होंने कहा कि मैं अपने लोगों के लिए काम कर रहा हूं और जब तक जातिगत जनगणना नहीं होती, तब तक हमें अपनी ताकत दिखानी होगी.
हम फूलन देवी को मानते हैं
मुकेश सहनी के ट्विटर हैंडल पर फूलन देवी की फोटो पर भी सवाल उठे थे. उनसे जब पूछा गया कि आपका ये फोटो वाला स्टंट राजनीति में उल्टा ना पड़ जाए, क्योंकि फूलन देवी को संसद में समाजवादी पार्टी ने पहुंचाया था. तो इसका जवाब देते हुए सहनी बोले, 'कोई राम को मानता है. कोई रहीम को मानता है. हम फूलन देवी को मानने वाले हैं. हम उनके ही पुत्र हैं. उनके लिए लड़ाई लड़ने के लिए मैदान में आए हैं. उनका आशीर्वाद रहेगा. उनके बताए रास्ते पर हम चलेंगे तो हम कभी कमजोर नहीं रहेंगे.' उन्होंने फूलन देवी को संसद भेजने पर समाजवादी पार्टी का धन्यवाद भी किया.