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UP Chunav 2022: तीसरे चरण में अखिलेश-शिवपाल समेत इन दिग्गज नेताओं की साख दांव पर

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर चुनाव होगा. इसमें 627 प्रत्याशी मतदान में हैं. तीसरे चरण के लिए 20 फरवरी को मतदान होगा. पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव की सीटों पर इसी चरण में वोटिंग होगी. इस चरण में एसपी सिंह बघेल और सतीश महाना जैसे बीजेपी के दिग्गज नेताओं की भी साख दांव पर लगी है.

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अखिलेश यादव और एसपी सिंह बघेल
अखिलेश यादव और एसपी सिंह बघेल
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 20 फरवरी को 16 जिलों की 59 सीटों पर चुनाव होगा
  • यूपी के तीसरे चरण में 627 प्रत्याशी मतदान में हैं

UP Third Phase Chunav 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होना है. तीसरे चरण के मतदान के लिए शुक्रवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा. तीसरे चरण में 16 जिलों के 59 सीटों के लिए 627 प्रत्याशी मतदान में है, जिनके भाग्य का फैसला दो करोड़ मतदाता करेंगे. यह चरण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव चुनाव मैदान में हैं तो एसपी सिंह बघेल और सतीश महाना जैसे बीजेपी के दिग्गज नेताओं की भी साख दांव पर लगी है. तीसरे चरण के चुनाव में किन-किन दिग्गजों नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

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करहल: अखिलेश बनाम एसपी बघेल

तीसरे चरण में सबसे बड़ा चुनावी मुकाबला मैनपुरी के करहल सीट पर होने जा रहा है, जहां से समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनाव मैदान में हैं. अखिलेश यादव के सामने  बीजेपी के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने इस सीट पर अखिलेश यादव को समर्थन किया है जबकि बसपा ने कुलदीप नारायण को उतारा रखा है. अखिलेश के चुनाव मैदान में होने की वजह से करहल सीट पर सभी की निगाहे हैं. 

करहल सीट पर मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश की जीत होगी या फिर मुलायम सिंह के राजनीतिक शिष्य एसपी बघेल के माथे पर जीत का सेहरा सजेगा. बता दें एसपी सिंह बघेल ने अपना सियासी सफर सपा से शुरू किया था. मुलायम सिंह यादव एसपी सिंह बघेल के राजनीतिक गुरु रहे हैं. इस सीट पर कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है. हालांकि दोनों ही दल इस बात का दावा कर रहे हैं कि उनकी जीत एकतरफा होने वाली है.

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जसवंतनगर से शिवपाल यादव

इटावा के जसवंतनगर से शिवपाल यादव मैदान में हैं. यह सीट शिवपाल यादव का गढ़ माना जाता है. पिछले  5 बार से यह सीट शिवपाल यादव विधायक हैं. अखिलेश यादव से शिवपाल यादव की दूरी बन गई थी और शिवपाल ने अपनी अलग पार्टी बना ली थी. लेकिन इस बार एक साथ आ गए हैं और शिवपाल यादव जसवंत नगर की सीट पर एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. बीजेपी ने जसवंत नगर की सीट से युवा नेता विनय शाक्य को मैदान में उतारा है तो बसपा ने बिजेंद्र कुमार को उतारा है जबकि कांग्रेस ने कोई कैंडिडेट नहीं दिया.

सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रुखाबाद सदर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. इससे पहले 2002 मे लुईस खुर्शीद फर्रुखाबाद की कायमगंज विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं. 2007 में लुईस खुर्शीद चुनाव हार गई थी. 2012 में लुइस खुर्शीद ने अपनी सीट बदली और फर्रुखाबाद सदर से चुनाव लड़ा लेकिन इस चुनाव में भी इनको कामयाबी नहीं मिल पाई. इस बार विधानसभा चुनाव में लुईस खुर्शीद एक बार फिर फर्रुखाबाद सदर से चुनाव मैदान में हैं. जिन का मुकाबला बीजेपी के मौजूदा विधायक सुनील द्विवेदी और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुमन मौर्य के साथ है.

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सतीश महाना की साख दांव पर

योगी सरकार के मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता सतीश महाना कानपुर के महाराजपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. सतीश महाना पिछले 7 बार से विधायक हैं और इस बार आठवीं बार चुनाव मैदान में हैं. सतीश महाना का मुकाबला इस बार समाजवादी पार्टी के फतेह बहादुर सिंह गिल के साथ है. सतीश महाना अपने इलाके में काफी लोकप्रिय नेता माने जाते हैं. इस बार वह अपनी जीत को किस तरह बरकरार रख पाते हैं देखने वाली बात होगी.

कल्याणपुर में नीलिमा कटियार

कानपुर के ही कल्याणपुर सीट से योगी सरकार की राज्य मंत्री नीलिमा कटियार एक बार से फिर से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं. नीलिमा कटियार का मुकाबला सपा के पूर्व विधायक सतीश निगम के साथ है. लेकिन इस सीट पर कांग्रेस ने विकास दुबे के साथ इनकाउंटर मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी को उम्मीदवार बना रखा है. ऐसे में यह सीट काफी दिलचस्प हो गई है और मुकाबला त्रिकाणीय माना जा रहा है. 

सादाबाद से रामवीर उपाध्याय मैदान में

बहुजन समाज पार्टी के दिग्गज नेता और ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले रामवीर उपाध्याय बीजेपी से हाथरस के सादाबाद से विधानसभा सीट से चुनाव में ताल ठोक रहे हैं. रामवीर उपाध्याय का मुकाबला सपा रालोद गठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप चौधरी से है. इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी से अविन शर्मा चुनाव मैदान में हैं. जबकि कांग्रेस ने मथुरा प्रसाद को अपना प्रत्याशी बनाया है. 

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कन्नौज से पूर्व आईपीएस असीम अरुण

पुलिस कमिश्नर पद से वीआरएस लेकर बीजेपी में शामिल हुए सीनियर आईपीएस ऑफिसर असीम अरुण कन्नौज सदर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं. भाजपा के असीम अरुण का मुकाबला समाजवादी पार्टी के अनिल दोहरे से है. वही बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट पर समरजीत दोहरे को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने रीता देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है. कन्नौज की जनता की माने तो इस सीट पर भाजपा के असीम अरुण का सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी के अनिल दोहरे के साथ है.

 

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