उत्तर प्रदेश की विधानसभा में एक बार फिर से वही होने जा रहा है, जो आज से 37 साल पहले हुए था. बस फर्क इतना है कि उस समय कांग्रेस थी और आज उसकी जगह बीजेपी है. 1985 के बाद अब जाकर यूपी में सरकार रिपीट हो होने जा रही है. अब तक के रूझानों में तो यही देखने को मिल रहा है.
अब तक यूपी की 403 विधानसभा सीटों के जो रूझान सामने आए हैं, उसमें बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. बीजेपी एक बार फिर से पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. कांग्रेस की हालत 2017 से भी कमजोर होती दिख रही है. 2017 में कांग्रेस ने 7 सीटों पर जीत हासिल की थी और अब तक उसे सिर्फ 3 सीटों पर ही बढ़त मिलती दिख रही है.
अगर रूझान नतीजों में बदलते हैं तो उत्तर प्रदेश में बीजेपी 37 साल पुराना कांग्रेस का रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है. कांग्रेस ने 1980 और 1985 के विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी. लेकिन उसके बाद पार्टी कभी प्रदेश में वापस सरकार नहीं बना सकी.
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1980 में 309 तो 1985 में 269 सीट जीती थीं
इमरजेंसी के बाद 1977 में यूपी में जब विधानसभा चुनाव हुए तो कांग्रेस बुरी तरह हारी. वो सिर्फ 47 सीटों पर सिमट गई. जनता पार्टी को 425 में से 352 सीटें मिलीं. उस समय यूपी में 425 विधानसभा सीटें हुआ करती थीं. हालांकि, जनता पार्टी की सरकार में अस्थिरता ज्यादा रही. नतीजा ये रहा कि 1980 में यूपी की विधानसभा भंग कर दी गई और राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया.
1980 में विधानसभा चुनाव हुए. कांग्रेस ने धमाकेदार वापसी की और 425 में से 309 सीटों पर जीत हासिल की. विपक्ष सवा सौ सीट भी नहीं जीत सका. यही ट्रेंड 1985 के चुनाव में भी बरकरार रहा और कांग्रेस 269 सीटें जीतकर दोबारा सत्ता में आई. हालांकि, इन दोनों सरकारों में गुटबाजी हावी रही. अपनी 10 साल की सरकार ने कांग्रेस ने 5 मुख्यमंत्री दिए.
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तब से कोई भी सरकार रिपीट नहीं हुई
1985 के बाद से कभी ऐसा नहीं हुआ जब सरकार रिपीट हुई हो. 1989 में जब यूपी में चुनाव हुए तो जनता दल की सरकार बनी और मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री बने. कांग्रेस के जाते ही प्रदेश में अस्थिरता का माहौल रहा. आलम ये रहा कि 1989 से 2002 तक 8 मुख्यमंत्री बदल गए और दो बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया.
2002 के चुनाव के बाद से प्रदेश में फिर स्थिरता लौटी. 2002 के चुनाव में पुराने गिले-शिकवे भुलाकर मायावती और मुलायम सिंह यादव साथ आए और सपा-बसपा गठबंधन की सरकार चलाई. उसके बाद 2007 में बीएसपी और 2012 में समाजवादी पार्टी ने बहुमत के साथ सरकार बनाई.
फिर हुई बीजेपी की वापसी
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर चली. बीजेपी के नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने. मोदी की ये लहर 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी दिखी. इस चुनाव में बीजेपी ने पहली बार बहुमत का आंकड़ा पार किया. बीजेपी ने 325 सीटों पर जीत हासिल की और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने. अब एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में 2017 वाला ट्रेंड ही देखने को मिल रहा है और बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाती दिख रही है.