बिहार में एक साथ सरकार चला रही जनता दल (यू) और भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में आमने-सामने है. जदयू के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल का कहना है कि उनकी पार्टी यूपी में कुल 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि अगर हम अकेले लड़े, तो यूपी में बीजेपी का हाल 2012 जैसा कर देंगे.
बता दें कि जनता दल (यू) की ओर से बीते कुछ दिनों में इसी तरह के बयान आए हैं. पार्टी खुद को राष्ट्रीय स्तर पर खड़ा करने की कोशिश में है, नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद के लिए एक बार फिर प्रोजेक्ट किया जाने लगा है और इस बीच अब ये बयान आया है.
रविवार को जब जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई, तब उसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी साफ कहा कि पार्टी को राष्ट्रीय स्तर तक ले जाना है, हर नेता को राज्यों का दौरा करना चाहिए और वह खुद भी इसके लिए तैयार हैं.
जदयू की ओर से इस बार मणिपुर और उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ने का प्लान है. पार्टी कोशिश में है कि वह यूपी में भाजपा के साथ गठबंधन कर ले, ताकि अरुणाचल प्रदेश जैसी स्थिति पैदा ना हो. हालांकि, गठबंधन ना होने की स्थिति में जदयू अकेले लड़ने को तैयार है.
क्या था 2012 का हाल?
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी साल 2012 के विधानसभा चुनाव में 50 से भी कम सीटों पर सिमट गई थी. 2012 में यूपी में सपा नाम की आंधी आई थी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने थे. यूपी में तब बीजेपी की सिर्फ 47 सीटें आई थीं, हालांकि 2012 और 2021 में काफी अंतर है. आज यूपी में बीजेपी के पास 300 से ज्यादा विधायक हैं और पार्टी के पास 60 से ज्यादा सांसद हैं.