उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है. सभी राजनीतिक दल अपना दम दिखाने में जुटे हुए हैं. ऐसे में जहां एक तरफ यूपी की कई हाईप्रोफाइल सीटों पर सबकी नजर है तो वहीं यूपी सरकार में मंत्री रह चुके बाहुबली विधायक राजा भैया की सीट भी काफी चर्चा में रहती है. इसी कड़ी में लल्लनटॉप के एडिटर सौरभ द्विवेदी ने रघुराज प्रताप सिंह 'राजा भैया' ने खास बातचीत की. जिसमें उनसे चुनाव को लेकर तो सवाल किए ही, साथ कुछ ऐसे सवाल भी हुए जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल रहते हैं.
इंटरव्यू की शुरुआत में राजा भैया से पूछा गया कि क्या उनके अपने तालाब में वाकई मगरमच्छ हैं? और अगर हैं तो कितने हैं? राजा भैया ने कहा कि जिस तालाब की बात दशकों से होती आई है, वो 600 बीघा में है. उसमें मछली पालन का काम होता है. ऐसे में जाहिर है कि कोई भी व्यक्ति मछली पालन करेगा वो तालाब में मगरमच्छ नहीं पालेगा, क्योंकि मगरमच्छ, मछली खा जाएगा.
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर हैरानी होती है कि 20 से 25 साल बीत गए, लेकिन ये सवाल अभी भी पत्रकार लोग मुझसे पूछते जरूर हैं. राजा भैया ने कहा कि पहली बात तो हम पालते नहीं हैं, हालांकि तालाब के पड़ोस से गंगा जी निकली हैं तो हो सकता है कि वहां से कोई मगरमच्छ घूमते-टहलते कभी हमारे तालाब में आ गया हो, ये अलग बात है, लेकिन हम मगरमच्छ नहीं पालते हैं.
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जब लालू यादव ने भी पूछा कि सही में मगरमच्छ पाले हैं?
इसी सवाल पर राजा भैया ने एक किस्सा याद करते हुए बताया कि एक बार मैं लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में पूर्व पीएम चंद्रशेखर जी से मिलने गया था. मैं उनसे मिलकर बाहर निकल रहा था और उसी समय बिहार के तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद यादव जी उनसे मिलने अंदर जा रहे थे. लालू जी ने मुझे देखा, मैंने उन्हें प्रणाम किया. तो लालू जी ने मुझे रोककर बिहारी अंदाज में सवाल पूछा कि क्यों जी आप ये मगरमच्छवा सही में पाले हैं? राजा भैया ने कहा कि इस सवाल का कहां से उदय हुआ, पता नहीं.
राजा भैया VS मायावती पर रघुराज प्रताप सिंह
रघुराज प्रताप सिंह VS मायावती को लेकर सोशल मीडिया पर चलने वाली तमाम कहानियों पर राजा भैया ने कहा कि इतने लंबे समय के सार्वजानिक जीवन में मैंने भाषाई गरिमा को हमेशा बनाए रखा. ऐसे में ना ही हमने मायावती जी के साथ कोई गलत हरकत की और ना ही 'गेस्ट हाउस कांड' में मैं शामिल था और जिस दिन यह कांड हुआ उस दिन मैं अपने गांव बेती में ही था. ऐसे में मेरा इस कांड से कोई लेना-देना नहीं है.