यूपी के अयोध्या में पंचायत आजतक कार्यक्रम में 'महिलाओं के मन में क्या?' सत्र आयोजित किया गया. इस सत्र में योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह, समाजवादी पार्टी नेता पूर्वी वर्मा, बसपा के धर्मवीर चौधरी और कांग्रेस प्रवक्ता सुचि विश्वास श्रीवास्तव ने हिस्सा लिया. सेशन में प्रियंका गांधी के 40 फीसदी ऐलान पर स्वाति सिंह ने कहा कि हम पार्टी में 40 फीसदी जगह महिलाओं के लिए आरक्षित कर लें, तो यह बहुत बड़ा निर्णय होगा. पहले अपनी पार्टी में 40 फीसदी महिलाओं को लाइए तब जाकर उन्हें टिकट दीजिए. इस पर कांग्रेस प्रवक्ता सुचि ने जवाब दिया कि मंत्री स्वाति सिंह ने 5 साल के कार्यकाल में महिलाओं को लेकर एक शब्द नहीं कहा. स्वाति सिंह से मुझे बड़ी उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने हतोत्साहित कर दिया.
'सुचि को अध्यक्ष पद के लिए करना चाहिए आवेदन'
कार्यक्रम में शामिल हुईं यूपी की मंत्री मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि सुचि काफी अच्छा बोलती हैं. इन्हें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए आवेदन कर देना चाहिए. इसका जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुचि श्रीवास्तव ने कहा कि ईश्वर चाहेगा तो एक दिन जरूर हो जाएगा. सुचि ने कहा कि मैं क्यों नहीं बन सकती, सबके लिए मौका है.
सपा प्रवक्ता पूर्वी ने कहा कि मैं प्रियंका गांधी के फैसले से खुश हूं. लेकिन यह बहुत पहले हो जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि सिर्फ अनाउंस कर देना, ये दूसरी पार्टियां करती होंगी, लेकिन हमारी पार्टी ने यह पहले ही करके दिखा दिया है. जब हमारी सरकार बनी थी तो अखिलेश यादव ने कहा था कि महिलाओं का सम्मान होना चाहिए. उन्होंने 108 एंबुलेंस शुरू की, 1090 हेल्पलाइन शुरू की.
धर्मवीर चौधरी पर भड़कीं स्वाति सिंह
वहीं, बसपा की ओर से शामिल हुए धर्मवीर चौधरी पर स्वाति सिंह भड़क गईं. जब धर्मवीर चौधरी ने यूपी में महिला सुरक्षा की बात की तो स्वाति सिंह ने कहा कि आपकी पार्टी के नेता बेटियों को बीच चौराहे पर गाली देते हैं, तब आपको बहन बेटियों की चिंता नहीं होती. उन्होंने अखिलेश यादव पर भी तंज कसते हुए कहा कि सपा बस बोलती है और इससे ज्यादा कुछ नहीं. जब मेरी बेटी को गालियां दी गई थी उस समय प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार थी. मैंने उनसे मदद भी मांगी, लेकिन उन्होंने मुझसे बात भी करना जरूरी नहीं समझा.
क्या था मामला?
स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह द्वारा मायावती पर टिप्पणी किए जाने पर बसपा नेता ने उनके परिवार के खिलाफ अश्लील भाषा का प्रयोग किया था. जिससे उनकी 12 साल की बेटी काफी डरी हुई थी, जिस पर स्वाति सिंह ने कहा था कि मेरी बेटी ने क्या अपराध किया है. जिसकी वजह से बसपा नेता उस गाली दे रहे हैं. अगर ऐसे शब्द मायावती को चोट पहुंचा सकते हैं तो मेरी बेटी क्या इससे दुखी नहीं होगी. स्वाति सिंह ने अपमानजनक बयान देने वाले बसपा नेताओं पर एफआईआर भी दर्ज कराने की भी मांग की थी. दयाशंकर सिंह को इस विवादित बयान के चलते पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया था.