पश्चिमी यूपी का चुनावी मैदान, बीजेपी का मेगा प्रचार अभियान और घमासान किन मुद्दों पर ये आपके सामने है. योगी आदित्यनाथ के हर भाषण में इत्र और मित्र का जिक्र जरूर होता है. अमित शाह जब भी प्रचार में उतरते हैं, मंदिर और माफिया पर उनका पूरा जोर रहता है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को जब भी मौका मिलता है, अखिलेश यादव को अपराधियों और आतंकियों का शुभचिंतक बताने से नहीं चूकते. और अखिलेश ने तो चुनावी अभियान का श्रीगणेश ही जिन्ना से किया था. ये उस उत्तरप्रदेश के चुनावी युद्ध का हाल है, जहां 38 फीसदी आबादी गरीबी रेखा के नीचे है, जो देश का तीसरा सबसे गरीब राज्य है. ऐसे में सवाल है कि आखिर असली मुद्दे कब उठाये जायेंगे.