उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की पहचान गुड़ की मिठास के लिए रही है, लेकिन साल 2013 का दंगा, जिसने ऐसा दाग लगाया कि पूरे देश-दुनिया में मुजफ्फरनगर की मीठी पहचान कड़वी हो गई. लेकिन गुजरते वक्त के साथ क्या मुजफ्फरनगर दंगों का दर्द कम हुआ है? इस बार के चुनाव में यहां कौनसा मुद्दा अहम रहने वाला है? ध्रुवीकरण का मुद्दा मुजफ्फरनगर में इस बार काफी उठाया गया. ऐसे में इस ध्रुवीकरण का फायदा किस पार्टी को होगा? देखें मुजफ्फरनगर से ग्राउंड रिपोर्ट.
With the Uttar Pradesh election approaching closer, political parties are leaving no stone unturned to woo the voters. To know the mood of the voters, a team of AajTak has reached Muzaffarnagar. Watch ground report.