यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव में मैदान में नहीं उतरेंगे. पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में अखिलेश ने साफ किया कि वे यूपी की किसी भी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे. क्योंकि वे विधान परिषद सदस्य हैं और उनका कार्यकाल 2018 तक है.
अखिलेश ने स्पष्ट किया कि वे सबके लिए प्रचार करेंगे लेकिन खुद कहीं से चुनाव नहीं लड़ेंगे. अखिलेश ने कहा कि कुछ टीवी चैनल चला रहे हैं कि मैं लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ूंगा. ऐसी बातें शारदा प्रताप शुक्ला द्वारा फैलाई जा रही हैं, मैं कहीं से नहीं लड़ रहा हूं.
आपको याद दिला दें कि पिछले महीने अपने बुंदेलखंड दौरे के वक्त अखिलेश यादव ने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा था कि वे बुंदेलखंड से चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर जनप्रतिनिधि की जरूरत है जो बुंदेलखंड के विकास के लिए सतत लड़ सके. इसके बाद सीएम के बबीना और चरखारी से चुनाव लड़ने की संभावनाएं देखी जा रही थीं. इन दोनों सीटों से ग्राउंड रिपोर्ट भी इकट्ठा करवाई गई थीं.
ऐसी संभावना है कि क्षेत्र में सपा का कमजोर वजूद अखिलेश की इच्छा के आड़े आ गया हो जिस वजह से वे अब इस क्षेत्र से चुनावी मैदान में नहीं उतर रहे हैं. इसके बाद उम्मीद की गई कि अखिलेश इस बार सरोजनी नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. इसके पीछे वजह थी कि इस विधानसभा सीट में एक तो यादव वोट काफी संख्या में हैं दूसरा इस सीट पर शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्र आते हैं. लेकिन, अखिलेश ने शुक्रवार को सभी कयासों पर यह कहते हुए पूर्ण विराम लगा दिया कि वे इस विधानसभा चुनावों में किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं.