यूपी में बीजेपी ने बड़े पैमाने पर चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. पार्टी प्रचार के हर संभव माध्यम का इस्तेमाल करेगी. बीजेपी प्रचार सामग्री को अंतिम रूप दिया जा रहा है. बीजेपी का चुनावी अभियान का पूरा जोर परिवर्तन पर है. बीजेपी यूपी के मतदाताओं को ये भी बताएगी कि उन्हें इस बार सपा या बसपा सरकार के बजाय बीजेपी की सरकार क्यों बनानी चाहिए.
1. बीजेपी के चुनाव अभियान का पहला दौर सपा-बसपा की खामियां गिनाने से शुरू हो गया और इसके साथ ही बीजेपी धीरे-धीरे सकारात्मक अभियान तहत लोगों को ये बताएगी कि पिछले ढाई साल में मोदी सरकार ने ग़रीब जनता के हितों कितने कदम उठाए हैं.
2. यूपी में कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह की अगुवाई वाली बीजेपी सरकारो की कामयाबियां भी जनता पहुंचाएगी.
3. बीजेपी ने यूपी चुनाव के लिए परिवर्तन की थीम को आगे बढ़ाने के लिए 'परिवर्तन लाएंगे, कमल खिलाएंगे' थीम का एक गाना पहले ही चुनाव प्रचार में लाकर इस्तेमाल कर रही है. बीजेपी की प्रचार टीम ने समाजवादी पार्टी के गुंडाराज और बीएसपी के भ्रष्टाचार पर 'न गुंडा राज न भ्रष्टाचार, अबकी बार भाजपा सरकार' का नारा भी चुनावी समर उतर दिया है.
4. राज्य में बीजेपी ने किसी भी नेता को मुख्यमंत्री उम्मीदवार न बनाने का फैसला किया है. इसलिए पार्टी ने लोकसभा चुनाव के सबसे लोकप्रिय नारे 'अबकी बार, मोदी सरकार' की तर्ज़ पर यूपी चुनाव में भी बीजेपी ने नया नारा गढ़ दिया है 'अबकी बार, भाजपा सरकार'.
5. समाजवादी पार्टी पर कुछ और नारे भाजपा ने बनाए हैं, जैसे 'गुंडा गर्दी के ठेकेदार, नहीं चाहिए सपा सरकार' और परिवार की लड़ाई पर नारा दिया है. 'बाप-बेटे के ड्रामे हजार, नहीं चाहिए सपा सरकार' और किसानों की बदहाली के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार बताते हुए बीजेपी का नारा है 'क्यों यूपी का किसान है बदहाल, उखाड़ फेंकों ऐसी निठल्ली सरकार.'
6. जबकि बीएसपी के खिलाफ बीजेपी के नारे कुछ इस तरह के हैं 'जिसमें घोटालों की भरमार, नहीं चाहिए बीएसपी सरकार ' और दूसरा नारा है 'ट्रांसफर-पोस्टिंग से कमाया अपार, नहीं चाहिए बसपा सरकार.'
7. बीजेपी ने यूपी की अखिलेश सरकार को ऐसी सरकार के रूप में प्रचारित करेंगी जिसने प्रदेश की जनता के लिए कुछ नहीं किया, इसलिए बीजेपी यूपी में अखिलेश सरकार को 'निठल्ली सरकार' बता रही है.