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यूपी चुनाव: अगले चार चरणों के लिए ऐसे संघ के भरोसे है BJP

उत्तरप्रदेश के भीतर पहले तीन चरणों के मतदान के बाद सीटों की गणित में पिछड़ रही भाजपा ने बचे चार चरणों को अपने पक्ष में करने के लिए संघ से मदद की गुहार लगाई है. गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश की 403 सीटों में से 209 सीटों पर मतदान होने के बाद भाजपा को मिल रहे फीडबैक ने भाजपा की चिंता को बढा दिया है. सूत्र बताते हैं कि संघ ने भी भाजपा को तीन चरणों का जो फीड बैक भेजा है वह उत्साहवर्धक नहीं है.

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आरएसएस
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उत्तरप्रदेश के भीतर पहले तीन चरणों के मतदान के बाद सीटों की गणित में पिछड़ रही भाजपा ने बचे चार चरणों को अपने पक्ष में करने के लिए संघ से मदद की गुहार लगाई है. उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश में पहले चरण में 73 सीटों के लिए 11 फरवरी को, 67 सीटों के लिए दूसरे चरण का मतदान 15 फरवरी को और तीसरे चरण के 69 सीटों के लिए मतदान 19 फरवरी को संपन्न हो चुका है. चौथे चरण का चुनाव प्रचार थम गया है और 53 सीटों ​के लिए मतदान 23 फरवरी को होंगे. गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश की 403 सीटों में से 209 सीटों पर मतदान होने के बाद भाजपा को मिल रहे फीडबैक ने भाजपा की चिंता को बढा दिया है. सूत्र बताते हैं कि संघ ने भी भाजपा को तीन चरणों का जो फीड बैक भेजा है वह उत्साहवर्धक नहीं है.

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भाजपा को अधिक की उम्मीद थी
भाजपा को उम्मीद थी ​कि मतदान भी बंपर होगा लेकिन मतदान का प्रतिशत भले ही बढ़ा हो लेकिन भाजपा और संघ के उम्मीदों के अनुरूप नहीं है. उत्तरप्रदेश में बची हुई 194 सीटों के लिए भाजपा ने संघ से मदद की गुहार लगाई है. भाजपा ने संघ को भेजे संदेश में कहा है कि आने वाले चार चरण उसके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और विपक्षी दलों से कड़ी चुनौती का सामना कर रही भाजपा को संघ के मदद की दरकार है. सूत्र बताते है कि संघ को बूथ मैनेजमेंट के साथ वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए संघ के जमीनी कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने को कहा जा रहा है. भाजपा का मानना है कि मतदान के दिन संघ के स्वयंसेवक यदि मतदाताओं को घर से निकालकर मतदान केन्द्र त​क ले जाने की जिम्मा उठा लें तो भाजपा को इससे काफी राहत मिलेगी.

संघ ने भी दिया है पूरा भरोसा
संघ से जुड़े सूत्र बताते हैं कि संघ ने भी बचे चार चरणों में भाजपा की नैया पार लगाने के लिए पूरी ताकत लगाने का भरोसा भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को दिया है. संघ ने मेरठ, ब्रज, कानपुर, अवध और काशी के क्षेत्र प्रचारकों को भाजपा के पक्ष में स्वयंसेवकों को सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं. भाजपा का आकलन है कि बची हुई सीटों पर संघ ने सक्रियता दिखाते हुए अपनी जमीनी ताकत का इस्तेमाल भाजपा के पक्ष में कर दिया तो भाजपा की जीत सुनिश्चित हो सकती है. संघ ने अपनी बस्ती, मोहल्ला, नगर स्तर से लेकर प्रांत और क्षेत्र के पदाधिकारियों को भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का निर्देश दिया है. हालांकि संघ की इस जमीनी मेहनत भाजपा के कितने काम आती है यह तो आने वाले 11 मार्च को ही पता चल पाएगा.

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