कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्कसिस्ट) की नेत्री बृंदा करात ने उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रचंड बहुमत पर कहा कि उन्हें जनता ने वोट दिया है. वह कहती हैं कि चुनाव में हार-जीत तो होती रहती है. वह कहती हैं कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा के अनुरूप भाषा का इस्तेमाल नहीं किया. वह कहती हैं कि पीएम मोदी की भाषा से आरएसएस के प्रचारक जैसी है. वह कहती हैं कि पीएम मोदी ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हो. वह कहती हैं कि यदि पीएम विकास की बात करते हैं तो भाषणों में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने वाले भड़काऊ शब्द क्यों इस्तेमाल होते हैं. उनके अनुसार ऐसा करने से देश कभी नहीं जीत सकता.
पीएम मोदी की यात्रा पर उठाए सवाल
वह कहती हैं कि इलेक्शन कमीशन के नियमों के अनुसार केवल कैंडिडेट का खर्चा गिना जाता है. वह कहती हैं कि मोदी जी और अमित शाह भले ही सीधे उम्मीदवार न हों लेकिन उन्हें सारा खर्चा तो जाहिर करना ही चाहिए. वह अंत में कहती हैं कि हम विकास की बातें भले ही करें लेकिन चुनावी रणनीति के दौरान धर्म और जाति के आधार पर सोचने लगते हैं.