उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन को लेकर चल रही चर्चा के बीच कांग्रेस ने उसके सामने 100 सीटें और उपमुख्यमंत्री पद की मांग रखी है.
यूपी में यूं तो असल मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच ही माना जा रहा है. हालांकि नोटबंदी के बाद यूपी के बदले चुनावी समीकरणों में कांग्रेस को अपनी बढ़ी अहमियत का एहसास है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस राज्य में उपमुख्यमंत्री पद की दावेदारी के जरिये खुद को मजबूत दावेदार दिखाना चाहती है.
नोटबंदी ने बदला यूपी का समीकरण
कांग्रेस नेताओं का मानना है कि मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले और उसके बाद लोगों को हो रही दिक्कत के चलते चुनाव का प्लॉट बदल गया है और बीजेपी को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा. पार्टी का मानना है कि ऐसे में वह सपा और बसपा के लिए कहीं ज्यादा प्रासंगिक हो गई है.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं, 'सपा नेतृत्व जानती है कि कांग्रेस को साझेदार बनाने पर उसे बीजेपी और बीएसपी के खिलाफ यादव-मुस्लिम वोटरों को एकजुट करने में मदद मिलेगी. उसी तरह बीएसपी भी अगर कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ती है, तो उसे भी दलित-मुस्लिम वोटरों को लामबंद करने में मदद मिलेगी.' वह साथ ही कहते हैं, 'हालांकि, अभी हम सिर्फ सपा से बात कर रहे हैं.'
कांग्रेस बना या बिगाड़ सकती है खेल
कांग्रेस से जुड़े एक अन्य नेता ने यूपी के चुनावी समर में अपनी अहमियत की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यूपी में अगर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ती है तो वह भले ही 100 सीटें ना जीते, लेकिन इससे सपा और बसपा का खेल खराब हो सकता है.
हालांकि यहां यह बात भी ध्यान देने वाली है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में यूपी में कांग्रेस को दोबारा उभारने के लिए लंबे समय से चल रही कोशिशें सफल नहीं हो पाई है और ऐसे में पार्टी को लग रहा है कि उसे यहां बीजेपी को हराने पर जोर लगाना चाहिए. इन्हीं वजहों से उस पर भी राज्य की दो बड़ी ताकतों सपा या बसपा से गठबंधन का दबाव है.
सपा से गठबंधन की लंबे समय से चली रही परदे के पीछे बात
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन के लिए परदे के पीछे काफी लंबे समय से बातचीत चल रही है, तभी यह चर्चा थी कि कांग्रेस राज्य में 100 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. हालांकि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने 9 नवंबर को कहा था कि उनकी पार्टी किसी से भी गठबंधन नहीं करने जा रही. तब यह माना गया था कि मुलायम ने यह बयान मीडिया का ध्यान गठबंधन की चर्चा से हटाने के लिए दिया था.
यूपी में 300 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है सपा
यूपी के राजनीतिक हलकों से अभी जो खबरें छन कर आ रही हैं, उसके मुताबिक समाजवादी पार्टी राज्य की कुल 404 सीटों में से 300 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और बाकी की सीटें कांग्रेस, अजित सिंह की आरएलडी और कुछ छोटी पार्टियों जैसे सहयोगी दलों को देने के लिए तैयार है. इसे लेकर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह और कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा चल रही है.