समाजवादी पार्टी (सपा) अगर दो हिस्सों में बंटती है तो अमर सिंह और जया प्रदा किसी भी गुट का हिस्सा नहीं होंगे. जानकारी के मुताबिक, दोनों किसी भी गुट के लिए विधानसभा चुनावों के दौरान प्रचार भी नहीं करेंगे.
लंदन चले जाएंगे अमिर सिंह
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान अमर सिंह ने कहा- मेरा लंदन में इलाज चल रहा था, यहां पार्टी में विवाद के कारण मुझे बुलाया गया था. अब मैं फिर अपने इलाज के लिए लंदन लौट जाऊंगा. मैं लंदन-सिंगापुर में अपना इलाज पूरा कराऊंगा और मार्च के अंत तक लौटूंगा. बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव है और 11 मार्च को काउंटिंग है.
'साइकिल' को लेकर सस्पेंस
वहीं समाजवादी पार्टी में चुनाव चिन्ह की लड़ाई अब चुनाव आयोग तक पहुंच चुकी है. इस विवाद पर आयोग ने शुक्रवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. शुक्रवार को ही आयोग के सामने दोनों खेमों ने अपनी बात रखीं. अखिलेश खेमे ने दावा किया कि उनके पास 2 तिहाई बहुमत है लिहाजा 'साइकिल' उन्हीं को मिलनी चाहिए. वहीं मुलायम सिंह ने का तर्क है कि चुनाव-चिन्ह पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का अधिकार होता है. चुनाव आयोग सोमवार को अपना फैसला दे सकता है.
मुलायम के साथ हैं अमर सिंह
समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच अमर सिंह शुरू से मुलायम के साथ हैं. मुलायम-अखिलेश विवाद विवाद में अमर सिंह सपा सुप्रीमो के समर्थन में बयान दे चुके हैं. अमर सिंह ने बयान जारी कर अखिलेश किया था. उन्होंने दोहा पढ़ाकर कहा था- कलयुग में पिता वनवास जाएगा और बेटा राज करेगा. उन्होंने कहा था- मैं अपना पूरा समर्थन नेताजी को देता हूं, उनका अवमानना पार्टी का अनुशासन भंग करने के समान है. उनके (मुलायम) खिलाफ कितने भी बड़े लोग जो कुछ भी काम कर रहे हैं, वो बिल्कुल असंवैधानिक, अनैतिक और गलत है.
अखिलेश कई बार अमर को बता चुके हैं झगड़े की जड़
इधर, अखिलेश यादव कई बार अमर सिंह पर निशाना साध चुके हैं. कुछ महीने पहले उन्होंने अमर सिंह का नाम लेते हुए कहा था कि इस शख्स के कारण उनके परिवार और पार्टी में दिक्कत आ रही है. अखिलेश अमर सिंह को बाहरी व्यक्ति भी बता चुके हैं। हालांकि, मुलायम कई मौकों पर अमर सिंह का बचाव करते रहे हैं.