उत्तर प्रदेश चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है चुनावी गठजोड़ भी धीरे-धीरे बदलते जा रहे है. मुलायम सिंह यादव के महागठबंधन को लेकर मना करने के बाद अब छोटे दलों ने मिलकर एक मिनी गठबंधन तैयार कर लिया है. सोमवार को रालोद नेता अजित चौधरी, जेडीयू नेता नीतीश कुमार और बी एस-4 के आर. के. चौधरी के एक मंच पर आने के बाद पांच और छोटे दल भी इनके साथ जुड़ सकते है.
इस मिनी गठबंधन की रैली 17 दिसंबर को लखनऊ में होगी, जिसमें नीतीश कुमार इस मिनी गठबंधन का बड़ा चेहरा होंगे. जेडीयू-रालोद के अलावा इस गठबंधन में राष्ट्रीय समानता पार्टी, राष्ट्रीय क्रांति पार्टी, जनवादी पार्टी, जय हिंद पार्टी और प्रगतिशील मानव समाज पार्टी शामिल है, जिनका प्रभाव कुछ इलाकों और जातियों में हैं, गठबंधन में मौजूद पार्टियों की पैठ मुख्य तौर पर गरीब और छोटी पिछड़ी जातियों में हैं.
ये सभी दल महागठबंधन में शामिल होने के इच्छुक थे लेकिन मुलायम सिंह यादव के विलय करने के फरमान के कारण सभी पार्टियां पीछे हट गई.
पहले मुलायम पीछे हटे थे
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि वह चाहते थे कि महागठबंधन बने लेकिन विलय का फैसला हमें मंजूर नहीं था हम इसपर बिहार चुनाव के वक्त तैयार थे लेकिन तब नेताजी पीछे हट गए. हालांकि अटकलें लगाई जा रही है कि कांग्रेस और
समाजवादी पार्टी गठबंधन कर सकती है, साथ ही राहुल गांधी की चुप्पी भी कहती है कि गठबंधन पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता.