आजतक की खबर पर सपा के वरिष्ठ नेता किरनमॉय नंदा की भी मुहर लग गई है. अब यह साफ हो चुका है कि यूपी में सपा और कांग्रेस ही मिलकर चुनाव लड़ेंगी. नंदा के मुताबिक सपा गठबंधन की खातिर सिर्फ कांग्रेस से बातचीत कर रही है.
नंदा ने कहा, "आरएलडी से कोई बात नहीं हो रही है. हम गठबंधन के लिए केवल कांग्रेस से ही बातचीत कर रहे हैं. आरजेडी, ममता और जेडीयू केवल सपा को सपोर्ट करेंगे और चुनाव प्रचार में भाग लेंगे हम इनके साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेंगे."
किरनमॉय ने साफ किया कि प्रदेश में सपा मजबूत है और वह अकेले चुनाव जीत सकती है. गठबंधन का फैसला राष्ट्रीय राजनीति और 2019 के चुनावों के मद्देनजर लिया गया है.
नंदा के मुताबिक गठबंधन की स्थिति में कांग्रेस के साथ सीटों का बंटवारा 2012 के चुनाव परिणाम के आधार पर होगा. जिस सीट पर जो जीता होगा उसे वह सीट मिलेगी उसके बाद नंबर दो रहने वाली पार्टी को प्राथमिकता दी जाएगी.
सीटों के बंटवारे पर नंदा ने कहा अभी बातचीत अंतिम दौर में है यह पार्टी तय करेगी.