प्रधानमंत्री की उत्तर प्रदेश की बहराइच रैली को निशाना बनाते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती का कहना है कि यह रैली उम्मीद के हिसाब से कम थी. यहां पर भीड़ जुटाने के लिए अधिकतर लोग जिले के बाहर से भाड़े के थे और टिकटार्थियों की ही भीड़ थी. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी तो मौसम के कारण रैली में शामिल नहीं हुए. मगर उन्होंने मोबाइल फोन से ही रैली को संबोधित किया. मायावती ने मोदी पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि मोदी ने रैली को संबोधित करने की महज औपचारिकता पूरी की. उन्होंने सिर्फ अपनी पुरानी बातें दोहराई और लोगों के लिए नया कुछ भी नहीं कहा.
मायावती का कहना है कि मोदी जो भी कहते हैं उसका उल्टा करते हैं क्योंकि लोकसभा चुनाव के दौरान देश की जनता को उन्होंने जो जो वादे किए थे, उनको अभी तक पूरा नहीं किया. मायावती ने प्रधानमंत्री कि इस बात पर सवाल उठाया कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा है, इसलिए वह बाहर बोलते हैं. मायावती का कहना है कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तरह मोदी बातें कर रहे हैं. यह कहकर मोदी अपनी जिम्मेवारी व जवाबदेही से नहीं बच सकते हैं. यह उनकी गलतबयानी है.
बीएसपी सुप्रीमो का कहना है कि 500 और 1000 के नोटों को बंद करने से 90% ईमानदार देशवासियों के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है परंतु प्रधानमंत्री समस्या को जल्दी दूर करने और लोगों को राहत पहुंचाने की बजाए अपना ही रोना रोते रहते हैं. मायावती का कहना है कि प्रधानमंत्री संसद में तो होते हैं, मगर सदर में आकर बोलते नहीं है. यह संसद का अपमान है.