समाजवादी पार्टी के नेताजी सीएम अखिलेश यादव पर मुलायम क्या हुए, अब कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी उनसे प्रचार के अखाड़े में उतरने की उम्मीद करने लगे हैं.
प्रचार में उतरो नेताजी!
सत्ताधारी पार्टी के नेता पहले से ही कह रहे हैं कि अगर नेताजी के आशीर्वाद के साथ प्रचार में भी उनका दम लग जाए तो उनका टीपू दोबारा यूपी की सियासत का सुल्तान बनकर रहेगा. अब कांग्रेस ने भी इसी सुर में सुर मिलाया है.
सूत्रों की मानें तो मुलायम सिंह यादव पर इसका असर नजर आ रहा है. वो जल्द ही कांग्रेस के सीनियर नेताओं के साथ रैलियों का मंच साझा करते नजर आ सकते हैं.
कांग्रेस कैंपेन कमेटी के इन्चार्ज संजय सिंह ने आज तक से बातचीत में कहा, 'मुलायम सिंह कह चुके हैं कि वो गठबंधन के लिए प्रचार करेंगे. अब हमारे नेता राहुल गांधी और अखिलेश यादव एक साथ आ गए हैं तो आगे का कार्यक्रम भी मिल जुलकर ही तय होगा.'
समझौते के खिलाफ मुलायम
हालांकि पिछले हफ्ते मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन का विरोध किया था. उन्होंने ऐलान किया था कि वो गठबंधन के हक में प्रचार नहीं करेंगे. उनकी राय में समाजवादी पार्टी को कांग्रेस से गठबंधन की जरुरत नहीं थी और इससे पार्टी के कई नेता नाराज होंगे.