दिनभर में खींचतान के बाद गुरुवार देर शाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने बगावती सुर को और बुलंद करते हुए 235 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी. अखिलेश ने पार्टी से हटकर अपनी लिस्ट में 64 नए उम्मीदवारों के नाम को शामिल किया है. वहीं शिवपाल ने भी बाकी 78 में से 68 उम्मीदवारों के नाम की भी घोषणा कर दी. अब मुलायम शिवपाल की ओर से घोषित उम्मीदवारों की संख्या 393 हो गई है.
अखिलेश के 235 उम्मीदवारों की लिस्ट में 171 मौजूदा विधायकों के नाम हैं, यानी 171 पुराने विधायकों को टिकट दिया जाएगा. इस प्रकार कुल 403 विधानसभा सीटों के लिए अखिलेश ने 235 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. सीएम अखिलेश के मुताबिक बाकी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का भी जल्द ऐलान कर दिया जाएगा. अखिलेश की लिस्ट के जवाब में शिवपाल यादव ने बाकी 78 में से 68 उम्मीदवारों के नाम का भी ऐलान कर दिया है. इससे पहले मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव 325 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुके हैं.
बहरहाल, मुख्यमंत्री की ओर से जारी की गई लिस्ट में कई बदलाव किए गए हैं. अखिलेश की इस लिस्ट में अमनमणि त्रिपाठी, नारद राय, ओमप्रकाश सिंह और अतीक अहमद का नाम नहीं है. सीएम ने अयोध्या से पवन पांडे, रामनगर से अरविंद सिंह गोप, बीकापुर से आनंद सेन, सरधना से अतुल प्रधान, लोनी से राशिद मलिक, रायबरेली सदर से आर पी यादव, चित्रकूट से निर्भय सिंह पटेल को टिकट दिया है.
सीएम ने महराजगंज के नौतनवा से अमनमणि का टिकट काटकर कौशलेन्द्र सिंह मुन्ना को टिकट दिया है. मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह की ओर से जारी लिस्ट में पवन पांडे और अरविंद सिंह गोप के भी नाम नहीं थे. शिवपाल की ओर से जारी लिस्ट में मेरठ के सरधना से पिंटू राणा को टिकट दिया गया था. सीएम ने जौनपुर से संगीता यादव का टिकट काटकर ओमप्रकाश को टिकट दिया है.
इससे पहले गुरुवार दोपहर को अचानक अखिलेश यादव ने टिकट न मिलने से नाराज अपने समर्थकों को अलग से चुनाव लड़ने का कह दिया था. अखिल़ेश ये कदम दिनभर चली बैठकों के बाद उठाया और जल्द अपने समर्थक उम्मीदवारों के नाम की लिस्ट जारी करने की बात कही थी.
गौरतलब है कि यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह के कुनबे में अब टिकट बंटवारे को लेकर फिर लड़ाई छिड़ गई है. मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए सपा के 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की तो अखिलेश के कई समर्थकों का पत्ता साफ कर दिया. चाचा शिवपाल की पसंद को लिस्ट में देखकर सपा में फिर अंदरखाने लड़ाई शुरू हो गई है. सीएम अखिलेश ने अपने समर्थक विधायकों की बैठक बुलाई और अब अलग से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी.