बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के गढ़ इटावा में रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि एक महीने के अंदर यूपी का भविष्य तय होने जा रहा है और इटावा जनपद पर राज करने वालों का राज्य खत्म होने जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि यूपी की जनता ने चाचा-भतीजे और बुआ को मौका देकर देख लिया पूरे राज्य विकास के मुद्दे पर पिछड़ गया. अब बीजेपी को मौका देकर देखें.
अमित शाह ने रैली में सपा-कांग्रेस गठबंधन पर वार किया. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ही अखिलेश ने हार स्वीकार कर ली उनको खुद पर भरोसा नहीं रहा इसलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है. राज्य की जनता समझ जाए दो शहजादे मिलकर यूपी को परेशान करेंगे.
इटावा में रैली को संबोधित करते हुए शाह ने राज्य की अखिलेश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अखिलेश बाबू कहते हैं कि उन्होंने बहुत लैपटॉप बांटे हैं, राज्य में अगर बीजेपी की सरकार बनीं तो हम बिना किसी भेदभाव के सबको लैपटॉप बांटेंगे.
रैली में उन्होंने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर अखिलेश सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि पूरे भारत में सबसे ज्यादा हत्या और बलात्कार यूपी में होते हैं, और जमीन पर कब्जा होना यहां बड़ी बात नहीं रही.
अमित शाह ने समाजवादी पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने 'रैनकोट' वाले मुद्दे पर राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी से पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस ने तो ऐसा प्रधानमंत्री दिया था जिसे राहुल गांधी और सोनिया गांधी बोलने ही नहीं देते थे. हमने देश को बोलने वाला प्रधानमंत्री दिया है.