समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आगामी पांच जनवरी को बुलाया गया पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन फिलहाल स्थगित कर दिया है, शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार सुबह ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि नेताजी के आदेशानुसार समाजवादी पार्टी का पांच जनवरी का अधिवेशन फिलहाल स्थगित किया जाता है. उन्होंने कहा कि सभी नेता और कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव की तैयारियों में जुटें और जीत हासिल करने के लिए जी-जान से मेहनत करें.
नेताजी के आदेशानुसार समाजवादी पार्टी का 5 जनवरी का अधिवेशन फिलहाल स्थगित किया जाता है। सभी नेता और कार्यकर्ता (1/2)
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) January 2, 2017
गौरतलब है कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खेमे द्वारा बुलाए गए पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन को असंवैधानिक करार देते हुए इसकी वजह से पैदा हुए भ्रम को दूर करने के लिए आगामी पांच जनवरी को पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया था. रविवार हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था जबकि मुलायम को पार्टी का संरक्षक बना दिया गया था.
इस अधिवेशन में सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा, महासचिव नरेश अग्रवाल, कभी सपा मुखिया के बेहद विश्वासपात्र रहे कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, मंत्री रामगोविंद चौधरी, अहमद हसन, वरिष्ठ नेता रेवती रमण सिंह आदि ऐसे नेता शामिल हुए थे जो कभी मुलायम के साथ खड़े रहते थे. इससे नाराज सपा मुखिया ने संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई थी जिसमें सम्मेलन में हुए तमाम फैसलों को अवैध घोषित किया गया था, इसके अलावा मुलायम ने अधिवेशन में शिरकत करने वाले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा तथा पार्टी महासचिव नरेश अग्रवाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं मुलायम
अखिलेश के महासम्मेलन को असंवैधानिक बताने के बाद मुलायम सिंह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं. पार्टी पर अपने दबदबे को कायम रखने के लिए मुलायम सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं. साथ ही वे दिल्ली आकर वरिष्ठ
वकीलों से संपर्क साध सकते हैं. चुनाव चिन्ह के लिए वे चुनाव आयोग से मिलेंगे. मुलायम के साथ उनके वकील भी होंगे.